•  फर्राटे भरेंगे वाहन, इन पांच प्रोजेक्ट पर होगा काम

नई दिल्ली। एनसीआर के वाहन भी इन रास्तों पर फर्राटा भरेंगे। बारापूला फेज-तीन पूर्वी दिल्ली के साथ नोएडा और गाजियाबाद के मुसाफिरों की आईएनए तक की राह को सिग्नल फ्री करेगा।  पांच प्रोजेक्ट 2025 से दिल्लीवालों की राह आसान करेंगे। एनसीआर के वाहन भी इन रास्तों पर फर्राटा भरेंगे। बारापूला फेज-तीन पूर्वी दिल्ली के साथ नोएडा और गाजियाबाद के मुसाफिरों की आईएनए तक की राह को सिग्नल फ्री करेगा। दिल्ली-मुंबई एक्सेस कंट्रोल लिंक से मुंबई एक्सप्रेस वे की आवाजाही अबाधित होगी। नंद नगरी स्थित गगन सिनेमा फ्लाईओवर से पूर्वी दिल्ली समेत ट्रांस हिंडन से सिग्नेचर ब्रिज व रिंग रोड तक जल्दी पहुंचना होगा। दिल्ली की तीसरी रिंग रोड यानी शहरी विस्तार सड़क (यूईआर)-2 से बाहरी, पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली समेत हरियाणा के सीमावर्ती शहरों का आवागमन बेहतर होगा। सुल्तानपुरी आरयूबी से स्थानीय स्तर पर निकासी ठीक रहेगी। पांचों प्रोजेक्ट 2025 में पूरे हो जाएंगे।
यमुनापार से दक्षिणी दिल्ली तक आवाजाही होगी आसान
यमुनापार से दक्षिणी दिल्ली तक आवाजाही आसान बनाने को बारापूला फेज-तीन का काम वर्ष 2014 में शुरू हुआ था। इसे 2017 तक पूरा करना था। मगर यह योजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। आखिरी समय-सीमा के हिसाब से इसे मार्च 2023 तक पूरा करना था, लेकिन काम पूरा नहीं हो सका। परियोजना में अभी 270 पेड़ अड़चन बने हुए हैं। इसका 70 फीसदी से अधिक काम पूरा कर लिया गया है। इसे अगले साल पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 
बारापूला फेज-तीन के तैयार हो जाने से यमुनापार के मयूर विहार से जवाहरलाल नेहरू होकर आईएनए तक का सफर सिग्नल फ्री होगा। इसका फायदा नोएडा और गाजियाबाद के मुसाफिरों को भी मिलेगा।
मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा डीएनडी
59 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होकर कालिंदी कुंज, फरीदाबाद होते हुए सोहना में केएमपी एक्सप्रेस से कनेक्ट हो रहा है। यहां पर यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से जुड़ रहा है। इसका निर्माण तीन चरणों में किया जा रहा है। फरीदाबाद में सेक्टर-65 से सोहना तक के 26 किलोमीटर हिस्से को पिछले वर्ष ही यात्रियों के लिए खोला जा चुका है। अब सेक्टर-65 से दिल्ली में मीठापुर तक का 24 किलोमीटर हिस्से को भी ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। वहीं डीएनडी से मिठापुर तक नौ किमी के हिस्सों का अभी निर्माण किया जा रहा है। इसे अगले साल जून से पहले पूरा किया जाएगा। इससे दक्षिणी दिल्ली में ट्रैफिक की आवाजाही आसान होगी।