लोकायुक्त छापे में टाइल्स की दुकान भी मिली
3 ठिकानों पर सर्चिंग

आष्टा। शुजालपुर सब-डिवीजन की कालापीपल तहसील में पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के तीन ठिकानों पर लोकायुक्त ने छापेमारी की है। गुरुवार तड़के 5 बजे से 12 लोगों की टीम आष्टा समेत बमुलिया मुछाली और कालापीपल में कार्रवाई कर रही है। अब तक की जांच में शर्मा के पास टाइल्स की दुकान, आलीशान घर और आष्टा में एक पेट्रोल पंप होने की जानकारी सामने आई है। पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा ग्राम पंचायत देहरी घाट डोडी में लंबे समय तक पदस्थ रहे हैं। वर्तमान में वे सेमलीखेड़ा और हरुखेड़ी में पदस्थ हैं। मुरलीधर शर्मा 1999 में पंचायत सचिव बने। अब तक शाजापुर जिले के हारखेड़ी, डोडी, कोठरी, बमुलिया मुछाली ग्राम पंचायत में सचिव रह चुके हैं।
देहरीघाट मंदिर ट्रस्ट के सचिव भी हैं
पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा देहरीघाट मंदिर ट्रस्ट के सचिव भी हैं। उनके खिलाफ पहले से लोकायुक्त में शिकायत दर्ज थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। गुरुवार सुबह लोकायुक्त की टीम ने कालापीपल जनपद पंचायत के पीछे अंबिका कॉलोनी के मकान पर, ग्राम बमूलिया मुछाली में स्थित मकान और आष्टा के पास स्थित पेट्रोल पंप पर जांच की।
मुरलीधर बोले- पेट्रोल पंप पार्टनरशिप में
कालापीपल की अंबिका कॉलोनी स्थित मकान, पूर्व सरपंच छापरी के सुंदरलाल पाटीदार ने खरीदा था। सुंदरलाल ने मकान का भुगतान चेक से किया था। यह मकान 2,000 वर्ग फीट में बना है। वर्तमान में यहां कई परिवार किराए पर रहते हैं। लोकायुक्त जांच दल ने सुबह 6 बजे मकान के खरीदार सुंदरलाल से रजिस्ट्री की कॉपी और बयान लिए। फिलहाल जांच स्थल पर सभी को नजरबंद रखा गया है। वहीं, पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा ने बताया कि उन्होंने एक साल पहले अंबिका कॉलोनी का मकान बेचा था। जिसकी रजिस्ट्री भी नए मालिक के नाम कर दी गई है। उन्होंने लोकायुक्त टीम के साथ सहयोग की बात कही और बताया कि उनका पेट्रोल पंप पार्टनरशिप में है। लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि हमें आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। इसी के बाद मुरलीधर शर्मा के तीन ठिकानों पर जांच कार्रवाई की जा रही है। आष्टा में 12 से ज्यादा अफसर इस काम में जुटे हैं।
बिना सूचना मौके पर भेजी एम्बुलेंस
लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई के दौरान शुजालपुर सिविल अस्पताल से बिना सूचना के 108 एम्बुलेंस के साथ 2 डॉक्टरों की टीम भेजी गईं। इस पर कालापीपल थाने के एसआई रवि भंडारी ने कहा कि स्थानीय पुलिस को किसी कार्रवाई या पुलिस बल की जरूरत की सूचना नहीं दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक जिस पेट्रोल पंप पर लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई की है वो प्रहलाद सिंह मेवाढ़ा के नाम पर है। प्रहलाद, पंचायत सचिव का दोस्त है। जिस जमीन पर पेट्रोल पंप है वो पंचायत सचिव के परिवार के नाम पर है।