एमपी में 10वीं की परीक्षा शुरू, हिंदी का पहला परचा

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9.53 लाख स्टूडेंट्स हुए शामिल, भोपाल में बने हैं 103 एग्जाम सेंटर
भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) की 10वीं बोर्ड परीक्षा गुरुवार से शुरू हो गई है। पहला परचा हिंदी का है। पूरे प्रदेश में 9.53 लाख से अधिक स्टूडेंट्स बैठे हैं। प्रदेश में 3887 और भोपाल में 103 एग्जाम सेंटर बने हैं। इससे पहले 24 फरवरी से कक्षा 12वीं की परीक्षा शुरू हो चुकी है। इस कक्षा का पहला परचा भी हिंदी का रहा, जबकि शुक्रवार को दूसरा परचा अंग्रेजी का रहेगा। बोर्ड ने अबकी बार परीक्षा में कई महत्वपूर्ण बदलाव और सख्त नियम लागू किए हैं। जिनका पालन सभी छात्रों और परीक्षा केंद्रों से कराया जा रहा है।
सुबह 9 बजे से परीक्षा शुरू हुई परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू हुई, जो दोपहर 12 बजे तक चलेगी। इस बार, छात्रों को केवल 32 पृष्ठों की मुख्य उत्तर पुस्तिका प्रदान की गई है। अतिरिक्त सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी। इसलिए छात्रों को अपने उत्तर संक्षेप में और सटीक रूप से लिखने की सलाह दी गई है।
16 लाख से अधिक विद्यार्थी दे रहे परीक्षा इस साल हाईस्कूल (कक्षा 10वीं) परीक्षा में 9 लाख 53 हजार 777 छात्र एवं हायर सेकेंडरी (कक्षा 12वीं) परीक्षा में 7 लाख 6 हजार 475 छात्र शामिल हो रहे हैं। कुल परीक्षार्थियों की संख्या 16 लाख 60 हजार 252 है। बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेशभर में 3,887 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
ईमानदारी की पेटी रखी जाएगी परीक्षा केंद्रों पर इस बार परीक्षा केंद्रों पर 'ईमानदारी की पेटी' नामक अनोखी पहल की गई है। मंडल द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक परीक्षा केंद्र के बाहर लोहे की एक पेटी रखी जाएगी, जिसमें छात्र अपनी स्वेच्छा से किसी भी प्रकार की नकल सामग्री, जैसे गाइड, चिट आदि डाल सकेंगे। इस पेटी पर स्पष्ट रूप से लिखा होगा कि "यह पेटी स्वेच्छा से नकल सामग्री परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले जमा करने के उद्देश्य से रखी गई है।" यदि कोई छात्र परीक्षा कक्ष में नकल सामग्री के साथ पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ परीक्षा अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।