• हाथी के हमले में युवक की मौत की होगी जांच

वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के मणिपुर अध्यक्ष मोहम्मद असकर अली के घर में गुस्साई भीड़ ने आग लगाई। इसके बाद थौबल जिला प्रशासन ने सोमवार को पूरे लिलोंग विधानसभा क्षेत्र में बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। जिला मजिस्ट्रेट ने पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने तथा आम जनता द्वारा हथियार, तलवार, लाठी, पत्थर या अन्य घातक हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लिलोंग विधानसभा क्षेत्र और उसके आसपास का मामला बहुत संवेदनशील है तथा आगे भी अशांति की संभावना है, जिससे निर्वाचन क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक शांति को खतरा पैदा हो सकता है।  रविवार को इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में इस अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। 5,000 से अधिक लोगों ने रैली में भाग लिया। इससे लिलोंग में एनएच-102 पर यातायात बाधित हो गया, जबकि प्रदर्शनकारियों ने थौबल में इरोंग चेसाबा सहित कुछ क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के साथ हाथापाई की।
मुंदूर हाथी हमले में युवक की मौत की कराएंगे जांच: वन मंत्री
केरल के वन मंत्री एके ससीन्द्रन ने कहा  कि मुंदूर में हाथी के हमले में युवक की मौत के मामले की जांच कराई जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि क्या वन अधिकारियों की ओर से कोई चूक हुई थी। ससीन्द्रन ने कहा कि यदि कोई चूक पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में निवारक उपाय पहले से ही लागू हैं, लेकिन हाथी ने सौर बाड़ को तोड़ दिया और जंगली हाथी आवासीय क्षेत्र में घुस आए। स्थिति का आकलन करने के लिए जिला कलेक्टर और वन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई तथा कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी गई है
वन अधिकारियों ने उन स्थानों की पहचान कर ली है जहां हाथी फिलहाल डेरा डाले हुए हैं। क्षेत्र में और अधिक त्वरित प्रतिक्रिया दल (आरआरटी) तैनात किए जाएंगे। जनता की चिंताओं को गंभीरता से लिया जा रहा है और उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।