• अमेरिकी राष्ट्रपति ने विदेशी कारों पर 25% टैरिफ लगाया

  • इससे जैंगुआर लैंड रोवर को नुकसान

वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को विदेशों से आयात होने वाली कारों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की। ट्रम्प के इस फैसले से भारतीय कंपनी टाटा मोटर्स के शेयरों में लगभग 6% तक की गिरावट आई है। इसके अलावा अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनी जनरल मोटर्स के शेयर में बुधवार को 3% की गिरावट हुई। वहीं जीप और क्रिसलर की मालिक कंपनी स्टेलांटिस के शेयर भी लगभग 3.6% गिर गए। टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाली जेगुआर लैंड रोवर पर ट्रम्प के 25% टैरिफ का सीधा असर होगा। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 में दुनियाभर में 4 लाख कारें बेची थी। इनमें से 22% यानी लगभग 88 हजार अमेरिका में बेची। कंपनी अपनी कारों की मैन्युफैक्चरिंग मुख्य तौर पर ब्रिटेन में करती है।

कनाडाई PM बोले- यह हम पर हमला है

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने ट्रम्प के टैरिफ लगाने के फैसले की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह हम पर एक सीधा हमला है, हम अपने वर्कर्स और कंपनियों की रक्षा करेंगे। ट्रम्प का तर्क है कि इस फैसले से अमेरिका में नए कारखाने खुलेंगे। कनाडा और मेक्सिको में बनने वाले अलग-अलग ऑटो पार्ट्स और तैयार वाहन, अब अमेरिका में ही बन पाएंगे। ट्रम्प ने कहा है कि उनका ये फैसला स्थायी है।

ट्रम्प का दावा है कि इससे अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। व्हाइट हाउस को उम्मीद है कि इससे राजस्व में सालाना 100 अरब डॉलर की बढ़ोतरी होगी। इसे 1 अप्रैल से लागू किया जाएगा।

अमेरिका में कारों की कीमतें बढ़ सकती हैं

रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में नई कारों की औसत कीमत पहले से ही लगभग 49,000 अमेरिकी डॉलर है। अगर नए टैरिफ लागू होते हैं उनका भार ग्राहकों पर डाल दिया जाता है तो इससे आयात होने वाली कारों की कीमत 12,500 डॉलर बढ़ सकती है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक इस टैरिफ से वाहन निर्माताओं की लागत बढ़ सकती है और बिक्री में गिरावट आ सकती है। अमेरिकी कार कंपनियां अपने कई ऑटो पार्ट्स दूसरे देशों से आयात करती हैं। यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डर लियेन ने भी अमेरिका के फैसले पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि टैरिफ व्यवसायों के लिए बुरे और ग्राहकों के लिए और भी बुरे होते हैं।