महिला कैदी की संदिग्ध मौत से जेल प्रशासन पर सवाल
- परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर केंद्रीय जेल में महिला बंदी की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मृतका की पहचान 42 वर्षीय रचना प्रजापति के रूप में हुई है, जो धोखाधड़ी के आरोप में न्यायिक हिरासत में थी। रचना प्रजापति, निवासी टोपे वाला मोहल्ला, को 2 दिसंबर को चेक बाउंस के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल में अचानक हुई उसकी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मौत की खबर के बाद डॉक्टरों की टीम ने महिला का पोस्टमार्टम शुरू किया, जिसकी रिपोर्ट से मौत की असली वजह सामने आएगी। महिला के पुत्र ने जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि रचना की तबीयत खराब होने के बावजूद जेल प्रशासन ने समय पर उचित इलाज नहीं करवाया, जिससे उसकी मौत हो गई। जेल प्रशासन का कहना है कि महिला बंदी की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। फिलहाल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना जेल प्रशासन और वहां की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या बंदियों के स्वास्थ्य का ख्याल रखने में लापरवाही बरती जा रही है? रचना प्रजापति की मौत के बाद परिजनों की पीड़ा और प्रशासन की भूमिका ने इंसानियत पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी। लेकिन इस घटना ने जेल प्रशासन की कार्यशैली और बंदियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है।