मंत्रालय में आंदोलन को लेकर जनजागरुकता अभियान

- गृह, खनिज, राजस्व, परिवहन विभाग में कर्मचारियों से मिले संघ पदाधिकारी
भोपाल। पदोन्नति, चौथा समयमान वेतनमान सहित अन्य मांगों को लेकर मंत्रालय कर्मचारी 4 मार्च को अनूठा आंदोलन कर रहे हैं। मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ के बैनरतले मंत्रालय के पुराने भवन के गेट नंबर-1 के सामने कर्मचारी संयुक्त रूप से सुंदरकांड-हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक का कहना है कि जब दाता (देने वाला) वाजिब मांग भी पूरी नहीं करता, तो फिर प्रभु की शरण में जाना ही बचता है। हम भी वही कर रहे हैं। सुंदरकांड पाठ के लिए 101 पोथियां दयानंद उपाध्याय ने संघ को दी हैं। कर्मचारियों को आसन और रहल खुद लाने को कहा है। यह पहला मौका है जब स्थायी और आउटसोर्स, दोनों तरह के कर्मचारियों में इस आंदोलन को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। मंत्रालय के कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में 9 वर्ष से रुकी पदोन्नति शुरू करना, चौथा समयमान वेतन, उच्च पदनाम, केंद्र सरकार की तरह 25 साल की सेवा के बाद पूर्ण पेंशन, तृतीय समयमान में तृतीय पदोन्नति के वेतनमान की विसंगति को दूर करना सहित अन्य शामिल हैं। कर्मचारियों का कहना है कि छोटे कार्यालयों को चौथा समयमान मिल गया, लेकिन प्रदेश के सर्वोच्च कार्यालय को यह सुविधा नहीं मिली। नायक ने बताया कि 4 मार्च को दोपहर 1 बजे से सुंदरकांड पाठ शुरू होगा। इससे पहले जगह को धोकर पवित्र किया जाएगा। संघ के अनुसार, पदोन्नति न होने का फायदा उठाकर बाहर के अधिकारियों को मंत्रालय में नियुक्त किया जा रहा है। वित्त सेवा के अधिकारियों को अनुभाग अधिकारी और सहायक अनुभाग अधिकारी के पदों पर रखा गया है।
इन विभागों में किया जनसंपर्क
संघ के पदाधिकारियों ने गुरुवार को मंत्रालय के भवन नंबर-दो में गृह, परिवहन, नगरीय प्रशासन, ऊर्जा, राजस्व, वन, खनिज संसाधन, वित्त विभाग में जनसंपर्क किया और कर्मचारियों को आंदोलन के संबंधित पैम्फलेट वितरित किए।
टेबल-दर-टेबल पहुंचे संघ पदाधिकारी
पैम्फलेट वितरण के दौरान संघ के सभी पदाधिकारी अध्यक्ष सुधीर नायक, राजकुमार पटेल कार्यकारी अध्यक्ष, राजेश कौल संरक्षक, आशीष सोनी सलाहकार, आलोक वर्मा सचिव, सतीश शर्मा प्रमुख महामंत्री, एलएस धुर्वे, दयानंद उपाध्याय उपाध्यक्ष, हरिशरण द्विवेदी उपाध्यक्ष, दिलीप सोनी, साधना मिश्रा, निलेश पटवा, चंदा मरावी सलमा, संतोष बड़ोदिया, नरेश सोनी, दीप्ति बच्चानी, ठाकुरदास प्रजापति, मतीन खान, विष्णु नाथानी, हरीश बाथम, श्याम बिहारी दुबे, विक्रम बाथम, बादामीलाल, मंगल सोनवाने उपस्थित थे।