संघ का उद्देश्य: समाज की सेवा में प्रतिबद्धता

कानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सोमवार को नवनिर्मित संघ भवन और भीमराव अंबेडकर सभागार का उद्घाटन किया। इस दौरान लोगों को संबोधित कर उन्होंने कहा कि हम आपसी मतभेदों में उलझे और इसका विदेशी आक्रांताओं ने इसका फायदा उठाया। भागवत ने कहा, संघ केवल अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए काम करता है, देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए संघ हमेशा काम करता है। संघ प्रमुख भागवत ने विशाल जनसमूह की ओर देकर कहा, यहां उत्सव का वातावरण कई बार आया, लेकिन इतनी भीड़ कभी नहीं देखी।
उन्होंने कहा कि अपने समाज में लोग बीते दो हजार वर्षों से आपसी स्वार्थों में लगे रहे, आपसी मतभेद भी रहे। इसके कारण विदेशी आक्रांताओं ने हमें पीटा और फायदा भी उठाया।
संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि बाबा साहेब को जीवन में बड़ी विषमताओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने बचपन से ही विषमता को देखा। उन्होंने जीवन भर समाज को एकजुट करने का काम किया। संघ प्रमुख की 15 तथा 16 अप्रैल को संघ के छह आयाम में से एक सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। इसमें पर्यावरण, सामाजिक समरसता के प्रांत स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग समय पर बैठक होगी।
वे 15 अप्रैल को कानपुर के पूर्व भाग कोयला नगर और 16 अप्रैल को निराला नगर की शाखा में जाने वाले है। इसके बाद 17 अप्रैल को संघ की प्रांत कार्यकारिणी के साथ, संघ शताब्दी वर्ष में संघ के पंच परिवर्तन, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली, सामाजिक समरसता, पारिवारिक मूल्य, स्वबोध जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे और प्रांत में उस दिशा में बढ़ रहे कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
इस दौरान संघ प्रमख को बताया गया कि नवनिर्मित चार मंजिल के संघ भवन को काफी अच्छे ढंग से बनाया गया है। भवन के बेसमेंट में पार्किंग के अलावा एक बड़ी लाइब्रेरी की स्थापना भी की गई है। पूरी बिल्डिंग में वेंटिलेशन का ध्यान रखा गया है। जगह-जगह खिड़कियां बनाई गई हैं। दिन में बिल्डिंग में लाइट जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।