• सुभाषनगर से एम्स तक हर दिन दौड़ रही 4 घंटे

  • इसी महीने आएगी RDSO की टीम

भोपाल। एम्स, अलकापुरी और डीआरएम ऑफिस स्टेशन पर एंट्री-एग्जिट समेत अन्य कामों के बीच भोपाल में मेट्रो की रफ्तार बढ़ गई है। सुभाषनगर से एम्स के बीच 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से टेस्टिंग की जा रही है। पिछले तीन दिन से हर रोज 3 से 4 घंटे तक लगातार मेट्रो ट्रैक पर दौड़ रही है। इस दौरान 10 से 15 फेरे तक लगाए जा रहे हैं। यह टेस्टिंग नॉन स्टॉप हो रही है। टेस्टिंग के दौरान एक्सपर्ट ट्रैक, उसकी फिटनेस, अधिकतम स्पीड, सिग्नल, ब्रेकिंग सिस्टम आदि पैमाने पर जांच कर रहे हैं। मेट्रो कॉरपोरेशन ने सभी काम को खत्म करने की डेटलाइन सितंबर तक तय की है। इसके बाद अक्टूबर या नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो की शुरुआत कर सकते हैं।

आरडीएसओ की टीम को बुलावा इंदौर में 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेट्रो का वर्चुअल उद्घाटन किया था। अब अगला फोकस भोपाल मेट्रो पर है। भोपाल मेट्रो के डिपो के अधूरे कामों के साथ-साथ एम्स, अलकापुरी और डीआरएम तिराहा स्टेशनों पर एंट्री-एग्जिट, सिविल वर्क, सिस्टम, रोलिंग स्टॉक, ट्रैफिक, सिग्नलिंग और आंतरिक व बाहरी निर्माण कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। इन्हें अगस्त-सितंबर तक हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। वहीं, इस महीने RDSO (रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन) की टीम भोपाल मेट्रो की तकनीकी जांच करने आ सकती है। इसके लिए सभी जरूरी दस्तावेज पहले ही जमा किए जा चुके हैं। यह टीम रेलवे से जुड़ी है और लखनऊ से आएगी। RDSO की अनुमति के बाद, CMRS (कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी) की टीम अंतिम निरीक्षण करेगी। ओके रिपोर्ट मिलने के बाद ही भोपाल मेट्रो में यात्रियों की आवाजाही शुरू हो सकेगी।

साल 2018 में शुरू हुआ था काम भोपाल में मेट्रो का पहला रूट एम्स से करोद तक 16.05 किलोमीटर लंबा है। इसमें से 6.22 किमी एम्स से सुभाष नगर के बीच का काम प्रायोरिटी कॉरिडोर के रूप में 2018 में शुरू हुआ था। सुभाषनगर से आरकेएमपी स्टेशन तक काम पूरा हो गया है। इसके आगे अलकापुरी, एम्स और डीआरएम मेट्रो स्टेशन तक ट्रैक का काम हो चुका है और मेट्रो यहां तक पहुंच चुकी है। वहीं, दोनों स्टील ब्रिज की लोड टेस्टिंग भी की जा चुकी है।

भोपाल में पूर्व सीएम शिवराज ने किया था ट्रायल 3 अक्टूबर 2023 को भोपाल में पहली बार मेट्रो ट्रैक पर दौड़ी थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाषनगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो में सफर किया था। इसके बाद से ही लगातार टेस्टिंग की जा रही है। मेट्रो सबसे ज्यादा स्पीड 80Km प्रति घंटे से भी दौड़ चुकी है। इतनी ही स्पीड में कॉमर्शियल रन भी होगा। हालांकि, इससे पहले सुरक्षा के तमाम पैमाने जांचें जाएंगे। इसे सीएमआरएस टीम ही जांचेंगी। भोपाल में यह टीम अगले कुछ महीने में आ जाएगी।