• आखिरी बार मां-पिता से बोली एक दिन के लिए घर नहीं जाना, यहीं मनाऊंगी होली

भोपाल। भोपाल के कोलार इलाके की दृष्टि सिटी में एमबीबीएस सेकेंड ईयर की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वह राधा कृष्णा मेडिकल कॉलेज में पढ़ती थी। उसका शव किराए के फ्लैट में मिला है। मौत के तीन घंटे पहले ही मां-और पिता से उसकी मुलाकात हुई थी, तब उसने कहा था एक दिन के लिए छुट्टी मिली है। घर नहीं जाना चाहती, यहीं रहकर होली मनाएगी। मंगलवार की रात को उसका शव फ्लैट से बरामद किया गया। बुधवार की दोपहर को पीएम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी गई है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। एसआई जोगिंदर नेगी ने बताया कि रिमझिम श्रीवास्व (21) पुत्री संजय श्रीवास्तव मूलरूप से उज्जैन की निवासी थी। भोपाल के कोलार इलाके में दृष्टि सिटी में रहती थी। आरकेएमसी से एमबीबीएस सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। मंगलवार की रात को लगातार कॉल करने पर जब उसने कॉल पिक नहीं किया तो साथी उसे चेक करने फ्लैट पर पहुंचे। आवाजें देने पर भी गेट नहीं खुला तो किसी तरह से गेट को तोड़कर अंदर प्रवेश किया। जहां बैडरूम में उसकी बॉडी फांसी के फंदे पर लटकी देखी। तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर घटनास्थल को सील कर दिया है। पीएम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी। फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। साथियों और परिजनों ने भी अभी सुसाइड का कोई ठोस कारण नहीं बताया है।

पिता बोले आखिरी मुलाकात में कोई तनाव नहीं दिखा

मृतका के पिता संजय ने बताया रिमझिम उनकी इकलौती बेटी थी। कॉलेज टापर थी। पिछले साल उसकी फर्स्ट ईयर में पूरे कॉलेज में थर्ड रैंक आई थी। बीते डेढ़ साल से बेटी भोपाल में रह रही थी। उस पर पढ़ाई का किसी तरह का दबाव नहीं था। मैं फार्मा कंपनी में डीसीएम हूं...एक मीटिंग के संबंध में मंगलवार को भोपाल आया था। यहां लेक व्यू के करीब एक होटल में रुका था। क्योंकि भोपाल आना था इस लिए पत्नी भी साथ आई बेटी से मुलाकात के लिए। मीटिंग के बाद बेटी को होटल पर ही मिलने बुला लिया। यहां उससे बातचीत हुई, तब तक सामान्य थी।

उसके चेहरे पर किसी प्रकार का तनाव नहीं था। होली मनाने उसे उज्जैन चलने को कहा था। उसने बताया कि एक दिन की छुट्‌टी मिली है, वहां से आना जाना कठिन हो जाएगा। थकान भी हो जाएगी। लिहाजा भोपाल में ही होली मना लूंगी। शाम सात बजे हम रवाना हो चुके थे। सोनकछ के पास पहुंचे ही थे कि कॉल आ गया कि बेटी ने सुसाइड कर लिया है। परिवार से उसे किसी प्रकार का तनाव नहीं था। इस तीन घंटे बीच क्या हुआ जो बेटी ने जान दे दी। केस की हर एंगल पर जांच की जा रही है।

चाचा बोले कॉलेज में ही कुछ हुआ, जांच होनी चाहिए

मृतका के चाचा एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि रिमझिम को उसकी तीन फ्रेंड लगातार कॉल कर रहे थे। कॉल नहीं उठाने पर यह तीनों लड़के उसके घर पहुंचे। जहां मौत की जानकारी मिली। घटना के बाद तीनों को कॉलेज ने छुट्टी पर भेज दिया है। मौत के चंद घंटे पहले जत उसकी मुलाकात मां पिता से हुई कोई तनाव का जिक्र नहीं किया। आखिर इस बीच ऐसा क्या हुआ जो उसने सुसाइड कर लिया। उसके मोबाइल फोन की बारीकी से जांच होनी चाहिए। उसे कॉलेज का ही कुछ तनाव होगा, जिस कारण उसने जान दी है। मामले की सभी पहलुओं पर जांच की जानी चाहिए।