• शराब पिलाकर वीडियो बनाया; ट्रैक्टर जलाकर आग में फेंकने की कोशिश की

दमोह। दमोह में डॉयल 100 वाहन पर तैनात पुलिस आरक्षक और पायलट से मारपीट का मामला सामने आया है। आरक्षक का आरोप है कि करीब 30 लोग उनको खींचकर खेत में ले गए और बुरी तरह मारपीट की। वर्दी फाड़ दी। इसके बाद ट्रैक्टर में आग लगाकर उसपर फेंकने की कोशिश की। आरक्षक और पायलट ने हाथ जोड़कर माफी मांगी तो उनको जबरन शराब पिलाई और वीडियो बनाया। इसके बाद आरोप लगाया कि आरक्षक ने शराब के नशे में ट्रैक्टर में आग लगाई। घटना जिले के पैरवारा गांव में मंगलवार रात की है। घायल आरक्षक बलराम और पायलट मनोज राजपूत देर रात एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निवास पहुंचे और आपबीती सुनाई। उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

शिकायत पर पहुंचे थे आरक्षक और पायलट आरक्षक बलराम ने बताया कि मंगलवार रात उनकी ड्यूटी डायल 100 पर थी। करीब 9 बजे गांव के ही इंदर सिंह लोधी ने कॉल कर सूचना दी थी कि कुछ लोग उसके खेत पर कब्जा कर रहे हैं और बम फोड़ रहे हैं। सूचना के बाद बलराम अपने साथी मनोज राजपूत के साथ मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने इंदर सिंह के बारे में पूछा, लेकिन जवाब देने की बजाय वहां मौजूद करीब 30 लोगों ने दोनों को घेर लिया। उनसे कहा कि पैसे इंदर से पैसे खाकर आए हो। उनके कहने पर यहां आए हो।बलराम ने बताया कि भीड़ ने पहले उनका मोबाइल और डायल 100 वाहन की चाबी छीनी, फिर खेत में ले जाकर लात-घूंसों और डंडों से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। वहीं ट्रैक्टर में आग लगाई गई और उसी में दोनों को फेंकने की कोशिश की गई।

जान बख्शने को कहा तो शराब पिलाई और वीडियो बनाया आरक्षक बलराम का कहना है कि जब उन्होंने गांववालों के हाथ-पैर जोड़े और दया की गुहार लगाई, तो कुछ लोगों ने कहा कि ट्रैक्टर जलाने का आरोप इन पर डालते हैं। आरोप लगाया गया कि आरक्षक और पायलट ने इंदर सिंह से पैसे लेकर मामला सुलझाने आए थे। विरोध करने पर जबरन शराब पिलाई गई और दबाव में वीडियो रिकॉर्ड किया गया।

एसपी बंगले पहुंचकर सुनाई आपबीती घटना के बाद किसी तरह दोनों घायल पुलिसकर्मी गांव से निकले और देर रात दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निवास पहुंचे। वहां उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी। मामला गंभीर देख पुलिस ने तत्काल बड़ी संख्या में बल भेजा और गांव में छानबीन शुरू की।

दो आरोपी गिरफ्तार, 30 पर एफआईआर पुलिस ने मामले में अब तक दो आरोपियों कल्याण उर्फ बब्बी और शालिगराम पटेल को गिरफ्तार किया है। करीब 30 अन्य अज्ञात और नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

कार्रवाई नहीं होने पर दी आत्महत्या की चेतावनी घायल आरक्षक बलराम का कहना था कि अगर इस मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो वह घर नहीं जाएगा और आत्महत्या कर लेगा। हालांकि बाद में पुलिस की ओर से की गई त्वरित कार्रवाई से वह संतुष्ट नजर आया।