भारत और बांग्लादेश में बॉर्डर सुरक्षा को लेकर आज अहम बैठक हुई। शेख हसीना सरकार के पतन के बाद भारत-बांग्लादेश पहली बार एक मंच पर दिखे। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद अशरफज्जमां सिद्दीकी ने इस मौके पर अल्पसंख्यकों को लेकर बड़ा बयान दिया है।

सीमा पर घुसपैठ में आई कमी
सिद्दीकी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। इसी के साथ बीजीबी प्रमुख के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में बीएसएफ डीजी डी एस चौधरी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर 5 अगस्त के बाद घुसपैठ में काफी कमी आई है।

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी
सिद्दीकी ने कहा कि हमें बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों से सुरक्षा के लिए कई अनुरोध मिले, उनको लेकर हमने भारत को मदद का आश्वासन दिया है।

सीमा पर बाड़ लगाने पर चर्चा 
बीजीबी प्रमुख ने आगे कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाने पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि हमने भारत के साथ बैठक में जहां भी समस्या है, वहां संयुक्त निरीक्षण का अनुरोध किया है। हालांकि, उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि बैठक में 1975 की भारत-बांग्लादेश सीमा संधि को फिर से लागू करने पर कोई चर्चा नहीं हुई।