अडाणी मामले में अमेरिका ने भारत से मदद मांगी

- गौतम और सागर अडाणी को नोटिस देने की कोशिश
- कानून मंत्रालय से संपर्क किया
वॉशिंगटन/नई दिल्ली। गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगा था। कहा गया कि इन्होंने भारत में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने की योजना बनाई। अडाणी के खिलाफ धोखाधड़ी और रिश्वत से जुड़े मामले में अमेरिका ने भारत सरकार से मदद मांगी है। अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में बताया कि रिश्वतखोरी मामले में गौतम अडाणी और सागर अडाणी को नोटिस देने के लिए कोशिश की जा रही है। एसईसी ने मंगलवार को कोर्ट में बताया कि उद्योगपति गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी भारत में मौजूद हैं। उन्हें नोटिस देने के लिए भारतीय अधिकारियों से मदद मांगी है। इसके लिए भारत के कानून मंत्रालय से संपर्क किया जा रहा है। दरअसल, बिजनेसमैन गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर आरोप है कि उन्होंने भारत में रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट को धोखाधड़ी से हासिल किया। ये प्रोजेक्ट पाने के लिए उन्होंने 2 हजार करोड़ रुपए रिश्वत देने का प्लान बनाया था। इस मामले में 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में केस दर्ज हुआ था।