• अब नहीं लगेंगी लाइनें; WHO तक पहुंचा इंदौर का इनोवेशन

  • एक क्लिक में हेल्थ रिपोर्ट तैयार

इंदौर। इंदौर के दो युवा इनोवेटर द्वारा तीन साल पहले बनाई गई मेडिकल डिवाइस ‘अभय परिमिति’ ने अब शहर के जिला अस्पताल और कलेक्टोरेट की जनसुनवाई में भी अपना काम शुरू कर दिया है। इस डिवाइस की मदद से अब ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट, बॉडी टेम्प्रेचर, ऑक्सीजन लेवल और रेस्पिरेटरी रेट जैसी 5 जरूरी जांचें महज एक मिनट में हो रही हैं। डॉक्टरों और स्टाफ को इन पांच जांचों के लिए पहले काफी वक्त देना पड़ता था, जिससे मरीजों की लंबी कतारें लगती थीं। लेकिन इस डिवाइस के उपयोग से अस्पतालों में इलाज की प्रक्रिया तेज हो गई है। अब एक घंटे में 40 मरीजों की स्क्रीनिंग हो रही है, जबकि पहले इतनी ही संख्या की जांच में करीब 10 घंटे लगते थे।

 

6.6 करोड़ की सीड फंडिंग, WHO में हो चुका है प्रेजेंटेशन

इंदौर के लोकांत जैन और सानिया जेसवानी ने 2020 में स्टार्टअप ‘परटेंक टेक’ की शुरुआत की थी। उन्होंने इस डिवाइस को एक पेटेंटेड AI आधारित प्रोग्नॉस्टिक टेक्नोलॉजी पर विकसित किया है, जो एक डिजिटल डॉक्टर की तरह काम करती है। हाल ही में इस स्टार्टअप ने सीड फंडिंग राउंड में 6.6 करोड़ रुपए जुटाए हैं। यह मप्र में हेल्थकेयर डिवाइस सेक्टर के लिए अब तक की सबसे बड़ी राशि मानी जा रही है। अब तक कुल 8.5 करोड़ रुपए की फंडिंग मिल चुकी है। इस राउंड का नेतृत्व योर नेस्ट वेंचर कैपिटल ने किया, जबकि इसमें भारत सरकार के अटल इनोवेशन मिशन, विलग्रो फाउंडेशन और सांची कनेक्ट भी शामिल रहे। डिवाइस को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) में भारत की ओर से एक इनोवेशन के रूप में भी प्रस्तुत किया जा चुका है।