•  मां बोली- अस्थमा था, पुलिस ने सीढ़ियां चढ़वाई
  •  परिजन ने की न्यायिक जांच की मांग


भोपाल। भोपाल जिला अदालत में बुधवार को पेशी के दौरान एक युवक चक्कर खाकर गिर गया। उसे जेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि युवक टीबी और अस्थमा से पीड़ित था। वहीं मां का आरोप है कि तबीयत बिगड़ने पर समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाने से बेटे की मौत हुई है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मृतक का नाम युवराज मांझी पुत्र रमेश मांझी (34) है, जिसे हनुमानगंज पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था। बुधवार को उसके दो साथियों के साथ उसे कोर्ट में पेश किया। युवराज की मां मीना मांझी ने बताया कि बेटा नशा करता था। उसे पुलिस ने भोपाल टॉकीज से गाड़ी चोरी करते हुए पकड़ा था। मंगलवार की रात उससे पुलिस की हिरासत में बात हुई थी। तब उसने बताया था कि केवल एक गाड़ी चोरी की थी। गाड़ी पुलिस को लौटा दी है। बेटे को बुधवार की दोपहर को कोर्ट में पेश किया। उसकी तबीयत पहले से खराब थी। उसे टीबी और अस्थमा की बीमारी थी। पुलिस ने उसे कोर्ट में सीढ़ियां चढ़ा दीं। इससे उसकी तबीयत बिगड़ी, इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, तब तक उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। शाम को उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत पर न्यायिक जांच होनी चाहिए। भाई की मौत के बाद बहन बिलखते हुए अस्पताल पहुंची। वहां रोते हुए बेहोश हो गई। बेटे को खोने के बाद बूढ़ी मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है। वह लगातार न्यायिक जांच की मांग कर रही है। इधर, युवराज की मौत के बाद गुस्साए परिजन ने अस्पताल में भी जमकर हंगामा किया।
थाना प्रभारी बोले- गंभीर बीमारियां थीं
टीआई अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया कि युवराज कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त था। परिजन ने इस बात की जानकारी दी है। दस दिन पहले ही उसे टीबी अस्पताल से डिस्चार्ज कराया गया था। कोर्ट परिसर में तबीयत बिगड़ने के बाद तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों से उसे प्रारंभिक इलाज दिया, इंजेक्शन लगाए लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।