भोपाल में ‘होरी हो ब्रजराज’ से गूंजेगी होली की उमंग:

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प्रवेश निशुल्क, 18 को मानव संग्रहालय में लोक रंग और कथक नृत्य से सजेगी सांस्कृतिक संध्या
भोपाल । फागुनी बयार के साथ होली के रंग और लोक संगीत का उत्सव राजधानी भोपाल में धूम मचाने को तैयार है। इस बार होली की उमंग को और खास बनाने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के मुक्ताकाश मंच पर 18 मार्च की शाम 6:30 बजे भव्य सांस्कृतिक संध्या ‘होरी हो ब्रजराज’ का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन संग्रहालय और टैगोर लोक कला एवं संस्कृति केंद्र, आर्यन इंटरनेशनल भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में होगा, जिसमें पारंपरिक होली उत्सव की झलक प्रस्तुत की जाएगी।
लोक नृत्य, संगीत और रंगों का अद्भुत संगम
कार्यक्रम का निर्देशन प्रसिद्ध नृत्य निर्देशक क्षमा मालवीय करेंगी, जबकि प्रस्तुति पुख कथक नृत्य अकादमी, भोपाल की टीम देगी। इस सांस्कृतिक संध्या में लोक नृत्य, संगीत और रंगों का अनूठा संगम देखने को मिलेगा, जो ब्रज की पारंपरिक होली की छवि को जीवंत करेगा। फागुनी बयार के साथ होली के रंग और लोक संगीत का उत्सव राजधानी भोपाल में धूम मचाने को तैयार है। इस बार होली की उमंग को और खास बनाने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के मुक्ताकाश मंच पर 18 मार्च की शाम 6:30 बजे भव्य सांस्कृतिक संध्या ‘होरी हो ब्रजराज’ का आयोजन किया जाएगा।
यह आयोजन संग्रहालय और टैगोर लोक कला एवं संस्कृति केंद्र, आर्यन इंटरनेशनल भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में होगा, जिसमें पारंपरिक होली उत्सव की झलक प्रस्तुत की जाएगी।
लोक नृत्य, संगीत और रंगों का अद्भुत संगम
कार्यक्रम का निर्देशन प्रसिद्ध नृत्य निर्देशक क्षमा मालवीय करेंगी, जबकि प्रस्तुति पुख कथक नृत्य अकादमी, भोपाल की टीम देगी। इस सांस्कृतिक संध्या में लोक नृत्य, संगीत और रंगों का अनूठा संगम देखने को मिलेगा, जो ब्रज की पारंपरिक होली की छवि को जीवंत करेगा।