इंदौर। शहर में कार किराये पर लेकर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। महालक्ष्मी नगर निवासी दिव्यांश पथरोड़ की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने जुलाई 2024 में कार किराये पर ली, लेकिन न तो किराया दिया और न ही कार वापस लौटाई। बाद में पता चला कि उन्होंने कार किसी और को बेच दी

कार किराये पर देने का बनाया एग्रीमेंट  
दिव्यांश पथरोड़ ने बताया कि वह मूल रूप से खंडवा का निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में इंदौर में रहते हैं। उन्होंने अपनी कार (MP12-ZD4163) को किराये पर चलाने के लिए हिमांशु ठाकुर से संपर्क किया। हिमांशु ने अपने दोस्त शुभम नागर से मिलवाया। जुलाई 2024 में दोनों के साथ एक एग्रीमेंट बनवाया गया और कार उन्हें दे दी गई।  

किराया मांगने पर बार-बार बहाने  
शुरुआत में दिव्यांश ने किराया मांगा तो आरोपियों ने कहा कि कार राजस्थान में है और जल्द ही लौटाएंगे। इसके बाद भी जब लंबे समय तक न किराया मिला और न ही कार वापस मिली, तो उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज करवाई। वहीँ दिव्यांश ने बताया कि शिकायत के बाद आरोपियों ने कार लौटाने का आश्वासन दिया। लेकिन बाद में पता चला कि उन्होंने कार किसी और को बेच दी है। इस पर दिव्यांश ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई।  


दोनों आरोपियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज 
क्राइम ब्रांच ने चितावद पालदा निवासी शुभम नागर और खरगोन के हिमांशु ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कार बेचने से जुड़े दस्तावेजों और पैसों के लेन-देन की जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। क्राइम ब्रांच अधिकारी का कहना है कि जल्दी ही मामले में और जानकारी सामने आएगी।