श्रेष्ठ सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स को मिलेंगे अवॉर्ड

- सीएम बोले- लोगों तक पहुंचाएं महत्वपूर्ण जानकारी
भोपाल। मुख्यमंत्री ने युवा कंटेंट क्रिएटर्स की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकारते हुए कहा कि राज्य शासन ऐसे क्रिएटर्स को प्रोत्साहित और पुरस्कृत करेगा। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क विभाग द्वारा श्रेष्ठ सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स को विभिन्न श्रेणियों में अवॉर्ड प्रदान किए जाएंगे। स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को राष्ट्र निर्माण और विकास प्रक्रिया में भागीदार बनने का अवसर मिलता है और यह कार्य यदि दायित्व के रूप में किया जाए तो जनकल्याणकारी योजनाओं को जरूरतमंद नागरिकों तक पहुंचाना आसान हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने युवा कंटेंट क्रिएटर्स की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकारते हुए कहा कि राज्य शासन ऐसे क्रिएटर्स को प्रोत्साहित और पुरस्कृत करेगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में यह भी बताया कि राज्य शासन ने आज ही स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन की शुरुआत की है। इस मिशन के तहत युवा कंटेंट क्रिएटर्स प्रदेश के विकास में अहम योगदान दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जनसंपर्क विभाग द्वारा श्रेष्ठ सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स को विभिन्न श्रेणियों में अवॉर्ड प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आए कंटेंट क्रिएटर्स से मुलाकात की, जिन्होंने अपनी बोलियों-बुंदेली, मालवी, भीली, निमाड़ी और बघेली में प्रभावशाली कंटेंट प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री ने इन प्रयासों की सराहना की और इन क्रिएटर्स को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चल रही नदी जोड़ो परियोजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा और शिप्रा जल शुद्धिकरण परियोजनाएं प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी। इसके साथ ही, सिंहस्थ 2028 के दौरान शिप्रा नदी में स्वच्छ जल का उपयोग स्नान के लिए किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का राष्ट्र विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसमें युवाओं की अहम भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन समृद्ध विरासत के साथ तीव्र प्रगति का है और मध्य प्रदेश इस दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए कंटेंट क्रिएटर्स ने अपने कला रूपों की प्रस्तुति दी, जिसमें लोकगीत और रचनाएं शामिल थीं।