मझवां उपचुनाव में सपा की डॉ. ज्योति बिंद और भाजपा की सुचिस्मिता मौर्य के बीच मुकाबला, सभी की नजरें वोटों की गिनती पर
मिर्जापुरः उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में मिर्जापुर की मझवां सीट पर मुकाबला दिलचस्प देखने को मिल रहा है। इस सीट पर भाजपा से सुचिस्मिता मौर्य अपना भाग्य आजमा रही हैं। शनिवार सुबह काउंटिंग शुरू होने के बाद से ही सुचिस्मिता ने सपा की डॉ ज्योति बिंद पर बढ़त बना ली। आठवें राउंड के बाद वह काफी अंतर से बढ़त बनाए हुए हैं। भाजपा की सुचिस्मिता मौर्य 6386 वोट से आगे चल रही हैं। आठवें राउंड के बाद भाजपा प्रत्याशी को 21902 वोट मिले हैं, वहीं दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी की डॉ ज्योति बिंद चल रही हैं। उन्हें 15516 वोट मिले हैं।
बता दें अधिकांश क्षेत्र ग्रामीण परिवेश तो छोटी-छोटी पहाड़ियां और उस पर बहते झरने का नजारा मझवां क्षेत्र का है। यह वो क्षेत्र है, जहां कभी कांग्रेस का वर्चस्व था और फिर बसपा और अब बीजेपी का। लेकिन समाजवादी पार्टी का यहां से अब तक खाता नहीं खुल सका है। मझवां की लड़ाई बड़ी ही नहीं, बदले की लड़ाई है। दरअसल, भाजपा उम्मीदवार सुचिस्मिता मौर्य ने 2017 के विधानसभा चुनाव में जिन रमेश बिंद को हराया था, उनकी बेटी सपा प्रत्यशी डॉ. ज्योति बिंद इस बार चुनाव मैदान में हैं।
मझवां सीट बहुत लंबे समय तक रिजर्व सीट रही थी, लेकिन 1974 में यह सामान्य सीट हो गई। ऐसा कहा जाता है ही की मझवां सीट पर पिछड़ा वर्ग ही जीत तय करता है। जातीय समीकरण की बात की जाए तो इस सीट पर दलित, ब्राह्मण, बिंद वोटरों की संख्या करीब 60-60 हजार है। इनके अलावा कुशवाहा वोटर 30 हजार, पाल 22 हजार, राजपूत 20 हजार, मुस्लिम 22 हजार, पटेल 16 हजार हैं। 1960 में अस्तित्व में आई इस सीट पर ब्राह्मण, दलित और बिंद बिरादरी का बर्चस्व है। मिर्जापुर लोकसभा सीट के तहत यह सीट आती है। मिर्जापुर से लगातार तीसरी बार अपना दल एस प्रमुख अनुप्रिया पटेल सांसद बनी हैं।