- सीएम बोले-इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर, यह हमारा गौरव
उज्जैन। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उज्जैन में कहा कि महाकाल की नगरी उज्जैन में सदियों से संस्कृति और सभ्यता की परंपरा निरंतर अस्तित्व में बनी हुई है। उज्जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केंद्र भी रहा है। राष्ट्रपति ने कहा- मैंने अपनी जनसेवा की यात्रा स्वच्छता के कार्य से ही की थी। नोटिफाइडड एरिया काउंसिल की अध्यक्ष रहने के दौरान मैं प्रति दिन एक वार्ड से दूसरे वार्ड जाती थी। सफाई कार्य का निरीक्षण करती थी। इस दौरान अच्छे कामों को देखकर खुशी होती थी। पिछले 10 वर्षों में स्वच्छता अभियान देशव्यापी अभियान बन गया है। इससे देश में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा- मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि मध्यप्रदेश के कई शहरों को सफाई मित्र सुरक्षित शहर घोषित किया गया है। 2025 तक चलने वाले स्वच्छता भारत मिशन के दूसरे चरण के दौरान हमें संपूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य पूरा करना है। राष्ट्रपति ने सफाई मित्र सम्मेलन में अपने संबोधन की शुरुआत और अंत जय महाकाल के जयघोष के साथ किया।
सामाजिक-धार्मिक विकास करेगा सिक्स लेन हाईवे
कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा- उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे से आध्यात्मिक-सांस्कृतिक नगरी उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी। यह हाईवे मध्यप्रदेश का पर्यटन, सामाजिक और धार्मिक विकास भी करेगा।
वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश ने स्वच्छ भारत अभियान में देशभर में दूसरा स्थान पाया है। इंदौर सात बार से देशभर में सबसे स्वच्छ शहर बना हुआ है। सबसे स्वच्छ राजधानी का अवार्ड भी भोपाल को मिला है। यह हमारा गौरव है। कार्यक्रम में उज्जैन के पांच सफाई मित्रों को सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे का वर्चुअल भूमि पूजन भी किया।
राष्ट्रपति ने इन सफाई मित्रों को किया सम्मानित
अनीता चावरे, वार्ड 38, जोन 5
किरण खोड़े, वार्ड 14, जोन 2
शोभा घावरी, वार्ड 33, जोन 3
रश्मि टांकले, वार्ड 13, जोन 1
गोपाल खरे, वार्ड 47, जोन 6
राष्ट्रपति ने सफाई मित्रों से बात की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उज्जैन के पांच सफाई मित्रों- अनीता चावरे, किरण खोड़े, शोभा घावरी, रश्मि टांकले, और गोपाल खरे को सम्मानित किया। दूसरे सफाई मित्रों से बात भी की। दैनिक भास्कर ने इन्हीं में से एक सफाई मित्र राधा निंदावरे से उनका अनुभव जाना।
राष्ट्रपति मुर्मू ने किया महाकाल का पूजन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मेलन के बाद महाकाल मंदिर में बाबा के दर्शन कर पूजन किया। नंदी हॉल में बैठकर ध्यान लगाया।
फूलों से बनने वाली पूजन सामग्री गिफ्ट की
महाकाल मंदिर में चढ़ने वाले फूलों से अगरबत्ती, धूप बत्ती और अन्य पूजन सामग्री बनाई जाती है। इसे बनाने वाली कंपनी ने एक पैकेट राष्ट्रपति को गिफ्ट किया है।