- सीएम मोहन आज कोलकाता में करेंगे निवेशकों
- उद्योगपतियों से सीधा संवाद
भोपाल। प्रदेश में बंगाली साड़ियों और वस्त्रों के कारोबार में निवेश के साथ इस्पात और अन्य उद्योगों की स्थापना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अब मुंबई, कोयंबटूर और बेंगलुरु के बाद कोलकाता में इंटरेक्टिव सेशन को संबोधित करने पहुंचे हैं। सीएम यादव इस दौरान पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में प्लास्टिक, खाद्य प्रसंस्करण, फार्मास्यूटिकल्स सेक्टर के उद्योगपतियों के साथ संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम निवेशकों को प्रमुख स्टेक होल्डर्स के साथ जुड़ने, वन-टू-वन चर्चाओं में भाग लेने और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्क बनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
पीएस राघवेंद्र ने दी उद्योग पालिसी की जानकारी
कोलकाता में इंटरेक्टिव सेशन में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र सिंह ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि एमपी में कॉपर, मैंगनीज समेत अन्य बहुमूल्य खनिज आसानी से उपलब्ध हैं। उन्होंने एमपी में अलग-अलग इंडस्ट्रियल एरिया और उसमें संचालित उद्योगों की जानकारी भी कोलकाता के निवेशकों को दी। इसके साथ ही उद्योग पालिसी की जानकारी देते हुए रोजगार सृजन की स्थिति में सब्सिडी दिए जाने के बारे में भी अवगत कराया गया। उन्होंने टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर, आईटी सेक्टर, फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं के बारे में भी सेशन में शामिल उद्योगपतियों को एमपी में निवेश की विशेषताओं से अवगत कराया। अलग-अलग सेक्टर मे दी जाने वाली सब्सिडी और बिजली में राहत की जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि रोजगार प्रशिक्षण में भी सब्सिडी दी जाती है।
एसीएस संजय ने कहा, एमपी में नो रिस्क बिजनेस
अपर मुख्य सचिव विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग संजय दुबे ने एमपी में आईटी और ईएसडीएम सेक्टर में किए जाने वाले निवेश की विशेषताओं की जानकारी दी। उन्होंने एमपी में मौजूद स्किल पॉवर की जानकारी दी। एमपी में 15 आईटी पार्क के बारे में बताते हुए कहा कि 50 हजार सुपर क्वालिफाइड स्किल पावर के बारे में बताया। दुबे ने कहा कि एमपी में नो रिस्क बिजनेस की स्थिति है। सात सालों से देश के स्वच्छतम शहर इंदौर और क्लीनेस्ट कैपिटल भोपाल की विशेषताओं की जानकारी देते हुए एसीएस दुबे ने कहा कि 1200 टेक्नालाजी स्टार्टअप यहां रजिस्टर्ड हैंं। महिला वर्करों की 24 घंटे उपलब्धता के बारे में भी इस सेशन में प्रजेंटेशन के दौरान जानकारी दी गई। पहले आओ पहले पाओ और ओपन टेंडर जिस भी तरीके से उद्योगपति इंडस्ट्री लगाने के लिए जमीन पाना चाहते हैं, उस रूप में यह उपलब्ध है। इस कार्यक्रम में एमएसएमई विभाग के सचिव नवनीत मोहन कोठारी और पर्यटन विभाग की अफसर विदिशा मुखर्जी ने एमएसएमई और पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।
कोलकाता इस्पात, प्लास्टिक, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्यूटिकल्स और वस्त्र जैसे विविध क्षेत्रों के साथ देश के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों में से एक है। प्रस्तावित इंटरएक्टिव सत्र में पश्चिम बंगाल क्षेत्र में स्थित विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंटरएक्टिव सेशंस में उद्योगपतियों के समक्ष मध्यप्रदेश में निवेश, नवाचार और आर्थिक विकास को सतत बढ़ावा देने के लिए सरकार के दृष्टिकोण और नवचारों को रेखांकित करते हुए अपनी बात रखेंगे।