• मुख्यमंत्री हुए समारोह में शामिल

  • मोहन भारती बने दशनाम जूना अखाड़ा के महंत

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि साधु-संत सनातन की धुरी हैं। सनातन धर्म साधु-संतों के मार्गदर्शन में काम करता रहा है। उन्होंने उज्जैन में आयोजित होने जा रहे सिंहस्थ-2028 के लिये साधु-संतों को आमंत्रित करते हुए कहा कि सिंहस्थ के लिये उज्जैन में साधु-संतों को स्थाई प्रकृति के निर्माण की भी स्वीकृति मिलेगी। इससे साधु-संतों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आयेगी।

कार्यक्रम में प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना सुश्री पलक पटवर्धन के निर्देशन में बालिकाओं ने नर्मदा क्षिप्रा स्तुति पर आधारित नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति दी।

आयोजन में अखाड़े के मुख्य संरक्षक श्री महंत हरि गिरि महाराज एवं अन्य संतों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को चांदी की गौ-माता स्मृति-चिन्ह के रूप में भेंट की। समारोह में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, उज्जैन के प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल, स्थानीय पार्षद महेश जोशी, साधु संत उपस्थित रहे।