• कांग्रेस सांसद बोले- मैं पूरे तीन दिन के लिए तैयार

वॉशिंगटन। अमेरिका पहुंचा डॉ. शशि थरूर के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल अमेरिकी कांग्रेस और प्रशासन के सदस्यों, थिंक टैंक, और नीति निर्माताओं से मुलाकात करेगा और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख के बारे में जानकारी देगा। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका पहुंच गया है। यहां वह अमेरिकी कांग्रेस, प्रशासन समेत तमाम प्रमुख वर्गों से मुलाकात करके आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख के बारे में जानकारी देगा। प्रतिनिधिमंडल के नेता कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका पहुंचने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि मैं पूरे तीन दिन के लिए तैयार हूं।  शशि थरूर ने एक्स पर लिखा कि ब्रासीलिया से साओ पाउलो और पनामा होते हुए तीन चरणों की एक रात भर  की भयावह यात्रा के बाद आज दोपहर वॉशिंगटन पहुंचा। जिसके दौरान मैं ठीक डेढ़ घंटे सोने में कामयाब रहा। हालांकि, एयरपोर्ट पर दो भारतीय-अमेरिकी पुलिसकर्मियों, अधिकारी हरमनप्रीत सिंह और हुंदल द्वारा स्वागत किए जाने पर प्रसन्न था। सीबीएस न्यूज टीम के साथ् साक्षात्कार रिकॉर्ड करने के लिए दूतावास गया। हमारे राजदूत विनय क्वात्रा और उनकी टीम के साथ हमारे प्रतिनिधिमंडल के लिए ब्रीफिंग और चर्चा के लिए होटल गए। मैं आखिरकार अपने कमरे में आ गया हूं और आगे के तीन पूरे दिन के लिए तैयार हूं।
अमेरिका में भारतीय दूतावास ने एक्स पर लिखा कि अगले दो दिनों में  डॉ. शशि थरूर के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल अमेरिकी कांग्रेस और प्रशासन के सदस्यों, थिंक टैंक, मीडिया और नीति निर्माताओं से मुलाकात करेगा और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख के बारे में जानकारी देगा। शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता और तेजस्वी सूर्या के साथ-साथ लोजपा (रामविलास) की शांभवी चौधरी, टीडीपी के जीएम हरीश बालयोगी, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा, झामुमो के सरफराज अहमद और अमेरिका में पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू भी शामिल हैं।
पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल भी अमेरिका में
पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल भी अमेरिका में है। इसे लेकर थरूर ने कहा कि हम अमेरिका में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को देखेंगे। यह दिलचस्प है कि एक ही शहर में दो प्रतिद्वंदी प्रतिनिधिमंडल होंगे।