मुंगेर। महाकुंभ मेले में प्रयागराज स्टेशन पर हो रही भीड़ को देखते हुए रेलवे ने विक्रमशिला एक्सप्रेस को अप और डाउन दिशा में 18 और 19 फरवरी को रद कर दिया है। अप और डाउन मार्ग में भागलपुर-आनंद विहार टर्मिनल विक्रमशिला एक्सप्रेस दोनों दिन नहीं चलेगी। मंगलवार को ट्रेन के भागलपुर से चलने से मात्र 2 घंटे पूर्व रद की सूचना से यात्री पसोपेश में है।

बड़ी संख्या में रेल यात्री और महाकुंभ जाने वाले लोग स्टेशन पर पहुंच गए। जहां उन्हें मालूम चला कि मंगलवार और बुधवार को विक्रमशिला नहीं जाएगी यात्रियों का कहना था कि रेलवे को ट्रेन रद करनी थी तो इसकी सूचना 24 घंटे पहले दी जानी चाहिए। अचानक ट्रेन के कैंसिल होने से यात्री असमंजस की स्थिति में दिखे।

हालांकि, ट्रेन में आरक्षण कर चुके यात्रियों को मैसेज के माध्यम से सूचना भी 10 बजे दी गई। रेलवे के अनुसार प्रयागराज स्टेशन पर उमड़ रही अप्रत्याशित भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से विक्रमशिला को रद किया गया है। मालदा रेल मंडल ने इसकी सूचना जारी की है।

विक्रमशिला के रद रहने के कारण दूसरी ट्रेनों में यात्रियों का दबाव बढ़ेगा। ट्रेन के रेड रहने से भागलपुर, सुल्तानगंज, जमालपुर अभयपुर और किऊल के यात्रियों को परेशान होना पड़ेगा। बता दें कि, एक माह के अंदर कई दिन विक्रमशिला एक्सप्रेस का परिचालन रद रहा है।

पटना जंक्शन पर ठसमठस भीड़ है। यात्रियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही। प्लेटफार्म नंबर चार और छह पर तो 24 घंटे तिलभर की जगह नहीं रहती। प्रयागराज की तरफ से आने और जाने वाली दोनों तरफ की ट्रेनों से भर-भर कर आ रहे यात्रियों ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को चरमरा दिया है।

अमृत स्नान को लालायित यात्री धक्का-मुक्की कर ट्रेनों में घुसते नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि ट्रेन में चढ़ने की होड़ में दूसरों के साथ स्वयं की जान को भी खतरे में डालने से नहीं चूक रहे। कमोवेश यही हाल राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत दूसरे स्टेशनों का भी बताया जाता है।

सोमवार की दोपहर में पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर चार पर जैसे ही ट्रेन पहुंची कि दोनों तरफ से यात्री चढ़ने लगे। चंद सेकेंड में बोगियां भर गईं। इस बीच एक यात्री स्लीपर बोगी की इमरजेंसी खिड़की से अंदर की तरफ कूदा और सिर के बल फर्श पर गिर पड़ा।

दूसरी ट्रेन के गेट पर यात्रियों के बीच दिव्यांग युवक कोच में प्रवेश नहीं कर पा रहा था। धक्का-मुक्की से उसके शरीर का निचला हिस्सा प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच में आ गया। गनीमत रही कि गाड़ी खुलने से पहले दूसरे यात्रियों ने उसे खींच कर ऊपर कर दिया। ट्रेनों के परिचालन में विलंब के कारण यात्री स्टेशन पर इंतजार में ही समय काट रहे हैं।

ऐसी स्थिति में वे फुटओवरब्रिज और सीढ़ियों पर बैठ जाते हैं, जिससे सामान्य यात्रियों को एक से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने में समस्या होती है। साथ ही प्रयागराज के लिए ट्रेन आने से पहले यात्री जैसे भागते हैं, उससे भगदड़ की स्थिति के उत्पन्न होने का भी खतरा बना रहता है। यात्रियों के सामने मुट्ठी भर रेलवे सुरक्षा बल उनकी हरकतों को निहारती रहती है।