बैठक में जीतू पटवारी बोले-इच्छुक नौजवानों को दें जिम्मेदारी
![](ws/sabkikhabarcom/news/202502/jeetu.jpg)
पार्टी को जमीन पर सक्रिय करना जरूरी
दौरे पर होटल नहीं वर्कर के घर रुकें
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में पीसीसी की कोर टीम की मीटिंग में कहा- इस बात को सबको ध्यान में रखना चाहिए कि यदि कोई कार्यकर्ता आपके पास आता है तो उसे पूरा सम्मान दो, ताकि उसका समाज में सम्मान बढ़े। केवल नेताओं के सक्रिय होने से चुनाव नहीं जीता जा सकता। पार्टी को नीचे से सक्रिय करना पड़ेगा।
पटवारी ने कहा- कोई किसी का करीबी हो सकता है लेकिन, सब मेरे हैं। अगर 2028 में हमें मप्र में कांग्रेस की सरकार बनाना है तो सबको जमीन पर जुटना होगा। जहां कमी और कमजोरी दिखे उसे आप खुद दूर करने की कोशिश करो।
7 दिन का दौरा बनाओ, होटल नहीं कार्यकर्ताओं के घर रुको
पटवारी ने बैठक में कहा- सभी पदाधिकारी सात-सात दिनों का दौरा कार्यक्रम बनाएं। जिले से लेकर ब्लॉक, मंडलम तक बैठक करो। काम करने वालों को जिम्मेदारियां दो, जो पद लेकर घर बैठे हैं, उनके बजाय काम करने के इच्छुक नौजवान कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाए। जिले से लेकर विधानसभा, ब्लॉक स्तर के वरिष्ठ नेताओं की सलाह लें। जिला प्रभारियों के काम की निगरानी पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी कर रहे हैं। सभी जिला प्रभारी राकेश चतुर्वेदी को टाइम से रिपोर्ट करें। जिला प्रभारी और पदाधिकारी जब भी दौरे पर जाएं तो होटल में रुकने के बजाय कार्यकर्ता के घर रुकें।
पीसीसी में बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, संगठन प्रभारी महामंत्री प्रियव्रत सिंह, संजय कामले, प्रशासन प्रभारी गौरव रघुवंशी, विधायक सतीश सिकरवार, राजीव सिंह, भूपेन्द्र गुप्ता और अन्य पदाधिकारी।
पीसीसी में बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, संगठन प्रभारी महामंत्री प्रियव्रत सिंह, संजय कामले, प्रशासन प्रभारी गौरव रघुवंशी, विधायक सतीश सिकरवार, राजीव सिंह, भूपेन्द्र गुप्ता और अन्य पदाधिकारी।
बैठक में ये बातें भी कहीं
- पार्टी का एक मुखपत्र भी प्रकाशित होना चाहिए जो नियमित रूप से हर कार्यकर्ता के घर पहुंचे। जिसमें पार्टी की गतिविधियां, आगामी कार्यक्रमों की जानकारी हो।
- कार्यकर्ताओं को पार्टी के विचार और विचारधारा से परिचित कराने पीसीसी में लाइब्रेरी शुरू की जाए।
- पीसीसी में जितने भी प्रभारी हैं सबके लिए चेंबर अलॉट किए जाएं।
- जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सरकार यदि आगे नहीं बढ़ती तो कांग्रेस पार्टी खुद इस दिशा में आगे बढ़कर सर्वे कराएगी।
- 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर कमलनाथ सरकार के प्रयास और उसे रोकने में भाजपा के रवैए से जनता को परिचित कराया जाए।