• पहलगाम हमले पर भी बोले इस्राइली रक्षा प्रमुख

नई दिल्ली। भारत और इस्राइल के बीच नई दिल्ली में रक्षा सहयोग पर अहम बैठक हुई। दोनों देशों ने दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई। बैठक में पहलगाम और सात अक्टूबर के आतंकी हमलों की निंदा की गई। वहीं, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति दोहराई। भारत और इस्राइल के बीच रक्षा सहयोग को और गहराने के लिए बुधवार को नई दिल्ली में अहम द्विपक्षीय बैठक हुई। भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और इस्राइल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (रिटा.) आमिर बारम ने इस बैठक में हिस्सा लिया। दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया। बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग को एक संस्थागत ढांचे में बदलने की जरूरत को समझा। आधिकारिक बयान के अनुसार, भारत और इस्राइल ने भविष्य में रक्षा क्षेत्र में तकनीकी, रणनीतिक और औद्योगिक साझेदारी को और मजबूती देने के इरादे से एक दीर्घकालिक ढांचा तैयार करने की दिशा में काम करने का फैसला किया है।
पहलगाम और इस्राइल के हमलों की निंदा
इस्राइल के रक्षा प्रमुख आमिर बारम ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। इस हमले में एक विदेशी नागरिक समेत 26 लोगों की जान गई थी। उन्होंने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को पूरा समर्थन देने की बात कही। इसके जवाब में भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने सात अक्टूबर 2023 को इस्राइल में हमास द्वारा किए गए आतंकी हमले की निंदा की, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे और 252 लोग बंधक बना लिए गए थे।
आतंकवाद पर भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति
रक्षा सचिव सिंह ने बैठक में भारत की ‘जीरो टॉलरेंस फॉर टेररिज्म’ नीति को दोहराया। उन्होंने कहा कि चाहे हमला भारत में हो या इस्राइल में, निर्दोष लोगों की हत्या किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सात अक्टूबर के हमले में बंधक बनाए गए सभी लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की।
पहले से चल रहे रक्षा कार्यक्रमों की समीक्षा
बैठक के दौरान दोनों देशों ने जुलाई 2024 में भारत में हुई ‘जॉइंट वर्किंग ग्रुप’ की पिछली बैठक के बाद अब तक हुई प्रगति की समीक्षा भी की। इसमें हथियार प्रणाली, रक्षा तकनीक और संयुक्त प्रशिक्षण से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा शामिल रही। दोनों पक्षों ने संतोष जताया कि साझेदारी तेज गति से आगे बढ़ रही है।
रणनीतिक साझेदारी में नया मील का पत्थर
मेजर जनरल (रिटा.) आमिर बारम की यह यात्रा भारत-इस्राइल रक्षा संबंधों में एक महत्वपूर्ण पड़ाव मानी जा रही है। इस मुलाकात ने दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और पुख्ता किया है। भारत और इस्राइल ने इस अवसर पर दोहराया कि वे न केवल सुरक्षा और तकनीकी क्षेत्र में बल्कि वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी एकजुट हैं।
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से भी की मुलाकात
इस्राइल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (रिजर्व) आमिर बाराम ने गुरुवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी से मुलाकात की। दोनों अधिकारियों ने क्षेत्रीय भू-राजनीतिक परिस्थितियों और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की। सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह मुलाकात नई दिल्ली में हुई जहां दोनों देशों के रक्षा संबंधों को और गहरा करने पर सहमति बनी। उन्होंने रक्षा सहयोग के नए आयामों की खोज की और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए साझा प्रतिबद्धता को दोहराया।