हरियाणवी सिंगर का रेप, फिर गोलियों से छलनी किया

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गवाही देने से पहले मां की भी हत्या
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गैंगस्टर जीजा ने तिहाड़ जेल से दी थी सुपारी
हरियाणा की मशहूर सिंगर और डांसर हर्षिता दहिया दिल्ली से किसान मिशन कार्यक्रम में परफॉर्म करने के लिए दोपहर 11 बजे पानीपत के पास स्थित चरमाड़ा गांव पहुंची थीं। कहा जाता था कि हर्षिता, मशहूर डांसर सपना चौधरी को टक्कर देती थीं। प्रोग्राम खत्म करते ही वो पानीपत से दिल्ली के लिए रवाना हुईं। हर्षिता कार की पिछली सीट पर बैठीं, साथी सिंगर निशा, असिस्टेंट और ड्राइवर भी कार में मौजूद था। जैसे ही हर्षिता की कार गांव की कच्ची सड़क से निकलने लगी, वैसे ही एक काली कार ने उन्हें ओवरटेक कर कार रोक ली। ड्राइवर ने घबराते हुए अचानक ब्रेक मारा। उतने में दूसरी कार से 4 लोग उतरे और गाली-गलौज करते हुए ड्राइवर को खींचकर नीचे उतारा।ये देखकर हर्षिता भड़क गईं और उन लोगों को गालियां देने लगीं। वो कुछ समझ पातीं, उससे पहले ही दो लोग उनके करीब आए और गोलियां चलाना शुरू कर दिया। हर्षिता झटपटाते हुए दोनों सीटों के बीच से निकलने की कोशिश करती रहीं, लेकिन वो लोग तब तक गोली मारते रहे, जब तक उनकी सांसें थम नहीं गईं।
खून से लथपथ हर्षिता ने चंद सेकेंड्स में ही दम तोड़ दिया और उनका शव सीटों के बीच फंस गया।
काम होते ही वो चार लोग ड्राइवर और साथी कलाकार को वहीं छोड़कर भाग निकले। मानों जैसे उन्हें सिर्फ हर्षिता को ही मारना हो।ये कोई आम केस नहीं था। मौत से चंद दिनों पहले ही हर्षिता ने यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट कर रहा था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं, लेकिन वो मरने से नहीं डरतीं।जब इस हत्याकांड की जांच शुरू हुई तो ऐसे-ऐसे सच सामने आए, जिसने पूरे दिल्ली और हरियाणा को हिला कर रख दिया। हत्या से कुछ साल पहले हर्षिता का रेप हुआ था। इसके बाद उनकी मां की भी गोली मारकर हत्या की गई थी।हर्षिता की सुपारी दी गई थी, वो भी तिहाड़ जेल में बंद एक कुख्यात गैंगस्टर द्वारा। वहीं हर्षिता खुद भी एक हत्या की साजिश रच चुकी थीं। आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में पढ़िए हरियाणवी सिंगर हर्षिता दहिया हत्याकांड की सिलसिलेवार कहानी, जिसके तार रेप, मर्डर और गैंगस्टर से जुड़े थे- हर्षिता दहिया नाम से मशहूर सिंगर-डांसर का असली नाम गीता दहिया था। वो कम उम्र की थीं, जब पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया। ऐसे में घर की जिम्मेदारी हर्षिता ने संभाली और छोटे-मोटे प्रोग्राम में गाना गाकर कमाई करने लगीं। बेहतरीन आवाज के चलते हर्षिता को जल्द ही पॉपुलैरिटी मिलने लगी। कुछ समय बाद वो मां-बहन के साथ दिल्ली के नरेला स्थित स्वतंत्र नगर में आकर रहने लगीं।
हर्षिता ने कहा था-
मैं उसका नंबर फेसबुक में पोस्ट करूंगी, उसके खिलाफ शिकायत करूंगी और आखिर में उसका नाम भी बताऊंगी। मैं जाटनी हूं, मैं किसी से नहीं डरती। मैं तो उसकी शिकायत करूंगी, उससे जो बन पड़े कर ले, चाहे मरवा दे, मैं मरने से नहीं डरती। इतना दम किसी में नहीं है जो मुझे मार दे, जाटनी हूं, शेरनी पैदा की है मेरी मां ने। मैं किसी से नहीं डरती। करने वाले कहते नहीं हैं, कर के दिखा फिर मानूंगी।
इसके कुछ दिनों बाद ही 17 अक्टूबर 2017 को हर्षिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हर्षिता की हत्या की खबर मिलते ही उनकी बहन लता दहिया थाने पहुंचीं। उन्होंने साफ कहा कि उनके पति और हर्षिता के जीजा दिनेश ने ये कत्ल किया है। लता ने पुलिस को पूरी कहानी सुनाई कि दिनेश ने 2014 में हर्षिता से रेप किया था और मां की भी हत्या की।लता के बयान के आधार पर तिहाड़ जेल में बंद दिनेश को दिल्ली पुलिस ने रिमांड पर लिया। रिमांड पर लेते ही उसने तुरंत कबूल कर लिया कि उसने ही हर्षिता की सुपारी दी थी।दिनेश के इकबाल-ए-जुर्म के अनुसार, उसने जेल से ही हर्षिता की सुपारी दी थी। हर्षिता से रेप और उसकी मां की हत्या के मामले में जल्द ही हर्षिता की गवाही होनी थी। अगर वो गवाही देती तो दिनेश की मुश्किलें बढ़ सकती थीं। इसलिए उसने गवाही से पहले ही उसकी सुपारी दे दी।
जेल में बंद दिनेश ने कैसे दी सुपारी?
दरअसल, जिस सेल में दिनेश बंद था, उसी सेल में दिल्ली का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जितेंदर मान उर्फ गोगी भी बंद था। जेल में दोनों के बीच बातचीत हुई थी, उसी दौरान दिनेश ने गोगी से साली हर्षिता की हत्या करवाने की बात कही थी। दोनों के बीच ये तय हुआ था कि गोगी हर्षिता की हत्या करेगा और फिर जेल से निकलने के बाद दिनेश, गोगी के दुश्मनों की हत्या करेगा। कुछ समय बाद ही गोगी को बेल मिल गई थी। बाहर आते ही उसने हर्षिता की तलाश शुरू कर दी थी। हत्या से एक रोज पहले हर्षिता फेसबुक पर लाइव आई थी, जहां उसने बताया था कि अगले दिन 11 बजे वो पानीपत के चरमाड़ गांव में परफॉर्म करने वाली है इसके बाद से ही गोगी और उसके तीन साथी चारमाड़ गांव के रास्ते में हर्षिता की रेकी करने लगे। उन्होंने प्रोग्राम खत्म कर लौट रहीं हर्षिता की कार रोकी और उनकी हत्या कर दी। दिनेश ने भले ही हत्या की बात कबूल कर ली, लेकिन गैंगस्टर गोगी फरार हो गया। उस पर दिल्ली में 4 लाख और हरियाणा में 2 लाख का इनाम था। कुछ समय बाद गोगी को ऑटोमैटिक पिस्तौल, जिंदा कारतूस और कई हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। साल 2021 में उसे रोहिणी कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया, जहां गैंगस्टर के विरोधी गैंग ने उसकी हत्या कर दी। कोर्ट में हुए शूटआउट में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 2 बदमाश भी मारे गए।
मां की मौत का बदला लेने के लिए खुद गैंग में शामिल हो गई थीं हर्षिता
हर्षिता की मौत के बाद उनकी बहन लता ने इंडिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि हर्षिता, मां की मौत और रेप का बदला लेना चाहती थी। वो दिनेश को मारने के लिए एक गैंग में भी शामिल हो गई थी। एक रोज उन्होंने दिनेश की हत्या की साजिश रची थी, लेकिन रास्ते में ही उन्हें हथियारों के साथ पुलिस ने पकड़ लिया। हर्षिता उस समय नाबालिग थीं, इसलिए उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया था।