ईरान से भारतीयों को निकाला जाना बंद

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इजराइल-ईरान में सीजफायर के बाद फैसला
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आज इजराइल से 224 भारतीय नागरिक लौटे
नई दिल्ली। ईरान में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को कहा कि वह ईरान और इजराइल के बीच सैन्य संघर्ष के दौरान शुरू किए गए भारतीयों को निकालने के अभियान को बंद कर रहे हैं। क्योंकि दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हो गया है। दूतावास ने इवैक्युएशन के लिए नए नामों को रजिस्टर करने के लिए खोले गए डेस्क को बंद कर दिया है। हालांकि X पर एक पोस्ट में दूतावास ने लिखा कि भारत ईरान के हालात पर बारीकी से नजर रख रहा है और अगर वहां मौजूद भारतीयों को किसी भी तरह का खतरा होता है, तो वह अपनी रणनीति में बदलाव करेगा। भारत ने दोनों देशों के बीच बढ़ती दुश्मनी को देखते हुए, ईरान और इजराइल से भारतीयों को वापस लाने के लिए पिछले सप्ताह ऑपरेशन सिंधु शुरू किया था। इस बीच 25 जून की रात 12.01 बजे 282 भारतीयों को लेकर एक फ्लाइट मशहद से दिल्ली पहुंची। वहीं बुधवार सुबह 224 भारतीय नागरिक एयरफोर्स विमान से इजराइल से भारत लौटे। इसके साथ ही ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान और इजराइल से निकाले गए लोगों की संख्या 3394 हो गई है। 6 खाड़ी देशों में 90 लाख से ज्यादा भारतीय हैं। सबसे ज्यादा 35.5 लाख UAE, 26 लाख सऊदी अरब, 11 लाख कुवैत, 7.45 लाख कतर, 7.79 लाख ओमान और 3.23 लाख बहरीन में हैं।
दूतावास ने कहा - जो जहां हैं वहीं रहें, हालात पर नजर रखें...
पोस्ट में दूतावास ने मशहद के लिए निकलने की प्लानिंग कर रहे भारतीयों को सलाह दी कि वे जहां हैं, वहीं रहें और खबरों पर नजर रखें। दूतावास ने पहले से होटल में रह रहे लोगों से कहा कि वे मशहद की सद्र होटल में चले जाएं, क्योंकि मिशन बाकी होटलों में कमरे खाली कर देगा। पोस्ट में कहा गया है, "दूतावास सद्र होटल में कमरों को 2 और रातों (26 जून को चेकआउट समय तक) के लिए अपने पास रखेगा। इससे नागरिकों को यह सुनिश्चित करने का समय भी मिलेगा कि ईरान में हालात सामान्य हो रहे हैं।" बयान में यह भी बताया गया कि यदि किसी भारतीय को सलाह या सहायता की जरूरत है, तो वे टेलीग्राम चैनल या हेल्पलाइन के जरिए संपर्क कर सकते हैं। ये चैनल अगले कुछ दिनों तक खुले रहेंगे।