बीजापुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़

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एक करोड़ का इनामी नरसिम्हा चलम ढेर
बीजापुर। मुठभेड़ में जवानों ने एक करोड़ रूपये के इनामी सीसी मेम्बर नरसिम्हाचलम उर्फ गौतम उर्फ सुधारक को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि नरसिम्हाचलम मूलतः आंधप्रदेश के चिंतापालुदी का रहने वाला है। छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में फोर्स और नक्सलियों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ में करीब एक करोड़ रुपये के इनामी खूंखार नक्सली नरसिम्हाचलम उर्फ गौतम उर्फ सुधारक को जवानों ने ढेर कर दिया है। सुधाकर नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी (सीसीएम) का मेंबर था। उस पर अलग-अलग राज्यों में कुल मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी और आज वो फोर्स के हत्थे चढ़ गया और नक्सली मुठभेड़ में मारा गया इस नक्सल मुठभेड़ को सुरक्ष बलों की बड़ी कामयाबी के रूप में देखी जा रही है।
ये हथियार हुए बरामद
तलाशी अभियान के दौरान एक नग एके-47, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और गोलाबारूद भी बरामद किए गए हैं। वर्ष 2024-2025 में अब तक बस्तर रेंज में 403 माओवादी कैडरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मुठभेड़ स्थल से भागे हुए अन्य माओवादी कैडरों की तलाश के लिए क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
माओवादियों के बड़े कैडर तेलंगाना राज्य समिति सदस्य बांदी प्रकाश, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य पप्पा राव और कुछ अन्य सशस्त्र माओवादी कैडर्स के जमा होने की सूचना पर संयुक्त फोर्स नक्सल आपरेशन पर निकली थी। इसमें डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की संयुक्त बल को अभियान पर भेजा गया था। गुरुवार सुबह में बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके के घने जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में जवानों ने टॉप नक्सली कमांडर नरसिम्हाचलम उर्फ गौतम उर्फ सुधाकर को ढेर कर दिया। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों की संख्या बढ़ भी सकती है। आपरेशन खत्म होने के बाद फोर्स डिटेल में जानकारी देगी।
पुलिस ने फिर की अपील
पुलिस और सुरक्षा बलों ने एक बार फिर दोहराया है कि वे क्षेत्र में शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। साथ ही शेष माओवादी कैडरों से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की गई है।
अब तक 403 से ज्यादा ओवादी कैडर ढेर
वर्ष 2024–2025 की अवधि में अब तक बस्तर रेंज में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ों में 403 से अधिक माओवादी कैडरों के शव बरामद किए जा चुके हैं।