झारखंड शराब घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, जांच में आया नया मोड़
झारखंड में भी शराब घोटाला केस में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी अब अपने केस में प्रिज्म होलोग्राफी के विरुद्ध दर्ज केस को भी जोड़ेगी। उक्त केस ग्रेटर नोएडा के कासना थाने में दर्ज हुई थी। वर्ष 2023 में दर्ज प्राथमिकी मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्यूरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विधु गुप्ता सहित पांच के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
नकली होलोग्राम आपूर्ति करने का आरोप
यह वही कंपनी है जिसपर नकली होलोग्राम आपूर्ति करने का आरोप है। राज्य में छत्तीसगढ़ माडल की तर्ज पर लागू शराब नीति के दौरान इसी कंपनी को झारखंड में भी होलोग्राम आपूर्ति का ठेका मिला था। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में कंपनी की भूमिका उजागर होने के बाद झारखंड में भी उसे ब्लैकलिस्ट किया गया था। सूचना है कि झारखंड में भी शराब घोटाले की जांच में ईडी अब मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी के विरुद्ध भी जांच करेगी।
झारखंड में भी होलोग्राम सप्लाई की थी
गौरतलब है कि मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्यूरिटी ने ही झारखंड में भी होलोग्राम सप्लाई की थी। इसके निदेशक विधु गुप्ता को गत वर्ष मई महीने में नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। अब झारखंड ईडी की टीम भी विधु गुप्ता से पूछताछ करेगी। उन्हें होलोग्राम सप्लाई का काम कैसे मिला, कौन-कौन अधिकारी सहयोग किए, किसकी क्या भूमिका रही, कितने का लेन-देन हुआ आदि विषयों पर ईडी विधु गुप्ता से पूछताछ करेगी।
वरिष्ठ आईएएस विनय कुमार चौबे व अन्य की भूमिका की जारी है। ईडी की टीम उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग झारखंड के पूर्व सचिव विनय कुमार चौबे व संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह आदि की भूमिका की जांच गत वर्ष से ही जारी रखी है।
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में दोनों ही अधिकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई थी, जिसके आधार पर ईडी झारखंड ने मनी लांड्रिंग के तहत जांच शुरू की थी। पूर्व में इन अधिकारियों से जुड़े ठिकानों पर ईडी की छापेमारी भी हो चुकी है।
झारखंड में छत्तीसगढ़ मॉडल पर शराब की बिक्री चल रही थी
बता दें कि झारखंड में भी छत्तीसगढ़ मॉडल पर मई 2022 से शराब की बिक्री हो रही थी। इनमें छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एपी त्रिपाठी को सलाहकार नियुक्त किया गया था।
प्रिज्म होलोग्राम एंड फिल्म सिक्योरिटी लिमिटेड को शराब की बोतलों में होलोग्राम छापने का काम मिला था।इसी तरह मेसर्स सुमित फैसिलिटीज लिमिटेड को मैन पावर सप्लाई की जिम्मेदारी मिली थी। तीनों ही छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में आरोपित भी हैं।