शिवसेना प्रमुख (यूबीटी) उद्धव ठाकरे ने बीएमसी चुनाव को लेकर तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने शाखा प्रमुखों को निर्देश दिए कि वे आगामी बीएमसी चुनाव के मद्देनजर अपने-अपने वार्ड में कम से कम 300 घरों तक जाकर मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित करें और शिवसेना की नीतियों व कामों की जानकारी दें. सभी शाखा प्रमुखों को तत्काल प्रभाव से बूथ स्तर की संरचना को मज़बूत करने, स्थानीय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और हर क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने के लिए कहा गया है.

कार्यकर्ताओं को यह भी कहा गया है कि वे जनता के बीच जाकर यह स्पष्ट रूप से बताएं कि जब मुंबई महानगरपालिका में शिवसेना का शासन था, तब शहर में विकास के कार्य हुए, लेकिन वर्तमान सरकार ने व्यवस्थाएं बिगाड़ दी हैं. बीएमसी के चुनाव सात वर्षों बाद हो रहे हैं, इसलिए उद्धव ठाकरे ने सभी पदाधिकारियों से अपील की है कि वे पूरी ताकत झोंक कर चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करें और एक बार फिर से महानगरपालिका पर भगवा झंडा फहराएं.

जमीनी स्तर पर कामकाज करें कार्यकर्ता

शाखा प्रमुखों, उनके उपप्रमुखों, वार्ड प्रमुखों, विधानसभा संयोजकों और नगरप्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्रों में बूथ और वार्ड स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ तत्काल आंतरिक बैठकें आयोजित करें और जमीनी स्तर पर कामकाज की शुरुआत करें. सभी क्षेत्रों में मतदाता सूची की बारीकी से जांच, सत्यापन और अपडेटिंग को प्राथमिकता देने के निर्देश भी बैठक में दिए गए, ताकि मतदान के दिन कोई गड़बड़ी न हो.

पड़ोसी शाखाओं और अलग-अलग पदाधिकारियों को आपस में बेहतर तालमेल बनाकर एक टीम के रूप में कार्य करने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे पार्टी का प्रभाव क्षेत्र में और अधिक मज़बूत हो सके. जिन शाखाओं की निगरानी डिप्टी मेयर स्तर के नेताओं को सौंपी गई है, उन्हें नियमित रूप से फील्ड विजिट करने और अपने क्षेत्र में समूह प्रमुखों के जरिए प्रतिदिन जनसंपर्क अभियान चलाने को कहा गया है.

उद्धव ठाकरे ने बैठक में यह भी याद दिलाया कि शिवसेना के शासनकाल में मुंबई में पानी की व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, सफाई और परिवहन जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार हुए थे, और कोस्टल रोड जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट्स भी शिवसेना के नेतृत्व में मुंबईकरों को मिले.