​भिण्ड, सबकी खबर। 
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में लहार में दहशत का माहौल है। दिन दहाड़े गोलियां चली हैं।  वहां एक व्यक्ति की मौत हो गई है और दो अन्य घायल हैं जिसमें एक महिला भी शामिल  है। यह दिन दहाड़े हुआ है। तकरीबन 40  राउंड फायरिंग हुई है और यह पुलिस थाने के बहुत नजदीक ये घटना हुई है। मामला प्रेम  प्रसंग का बताया जाता है और यह भी कहा जाता है कि दोनों वर्ग दोनों पक्ष सत्ता  पक्ष के विधायक से संबंधित हैं। मध्य प्रदेश के  मुख्यमंत्री जी के लिए भी एक बहुत चिंताजनक बात होना चाहिए। क्योंकि वे मध्य  प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। वे मध्य प्रदेश के गृह मंत्री हैं। विधानसभा चल  रही है और चलती विधानसभा के बीच में इतनी अप्रिय और इतनी बड़ी खबर आई है कि भिंड जो  हमारा सीमावर्ती जिला है उत्तर प्रदेश से लगा हुआ है। लहार तहसील में बुधवार को दोपहर में थाने से 50 मीटर की दूरी पर एक संतोष दुबे हैं। जिनके घर के पास में यह फायरिंग हुई है। दोनों तरफ़ से फायरिंग हुई है। एक तरफ़ से मोनू चौधरी और दूसरे तरफ़ से संतोष दुबे का परिवार है।  दोनों तरफ से फायरिंग हुई है। आप सोचिए 15  मिनट फायर हुए हैं एक दूसरे की तरफ से और  लगभग 40 राउंड गोली चली है। इसमें जो मोनू  चौधरी है ये विधायक का बेहद खास बताया  जा रहा है। जो वहां अंबरीश शर्मा विधायक हैं, उनका बड़ा खास बताया जा रहा है। यह अब  हमारे बीच नहीं रहे हैं। और इसके अलावा  संतोष दुबे जिनका नाम बताया जा रहा है  जिनके घर के पास फायरिंग हुई है। उनके घर  पे एक महिला को गोली लगी है। एक बच्चे को  गोली लगी है। इस तरह की खबर है। इस समय तनाव का माहौल है। दहशत का माहौल है। वहां काफी भीड़ पहुंच चुकी है। इकट्ठी हो चुकी  है। हॉस्पिटल जो है वहां का लहरार का इस हॉस्पिटल में काफी भीड़ है। 
कुछ दिन पहले ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष् को मिली थी जान से मारने की धमकी
कुछ दिन  पहले इसी लहर के पूर्व विधायक डॉ. गोविंद सिंह को जान से मारने की धमकी दी गई कि तुमको मार दिया जाएगा। तुम्हारा घर उड़ा  दिया जाएगा और आज उसी लहर में यह इतनी  बड़ी वारदात हुई है। यह घटना कोई अप्रत्याशित नहीं है। ये जो जिन दो परिवारों में फायरिंग हुई है इनके बीच में लंबे समय से टशन चल रही थी। वहां जो  थाना प्रभारी हैं रविंद्र शर्मा उनकी जानकारी में सारी चीजें थी लेकिन समय रहते ये दोनों पक्षों में समझौता नहीं हो पाया और आज इतनी बड़ी वारदात घटित हो गई।  वहां के कलेक्टर पर भी  गैर जिम्मेदाराना व्यवहार का आरोप लगा। साथ ही कुछ दिनों पहले लहार विधायक अंबरिश शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो तलवार में धार लगाने की  बात कर रहे थे। 
अंबरिश शर्मा का विवादों से रहा है नाता
लहार के विधायक हैं अमरीश  शर्मा जी। उनके एक साले हैं सुधांशु  द्विवेदी । वो एक फ्रॉड के मामले में  मुंबई जेल में बंद थे। सुधांशु द्विवेदी के लिए एक कथा लिखी गई पटकथा लिखी गई कि एक  महिला को ग्वालियर से बुलाया गया। उससे बलात्कार की एफआईआर कराई गई। उसके आधार पर  टीआई साहब मुंबई पहुंचते हैं। मुंबई से  आरोपी को लाते हैं। फिर उसको बीमार बताया  जाता है। मेडिकल बोर्ड का गठन होता है। आरोपी को फिर गेस्ट हाउस में रख दिया जाता  है। इस तरह का खेल भिण्ड में चल रहा है।  

भिण्ड एसपी नहीं संभाल पा रहे हैं जिला
ऐसी घटनाओं पर तत्काल प्रदेश के मुख्यमंत्री को भिंड के जो एसपी है असित यादव जी उन्हें फोन करना चाहिए और बोलना चाहिए कि यादव जैसी आपकी छवि है उसके अनुसार जरा सख्ती दिखाइए। अपराधियों को यदि आप संरक्षण देंगे अपराधियों को गोद में बिठाएंगे। अपराधियों को यदि आप झूठे प्रमाण पत्र देके यदि अस्पताल में आराम करने के लिए भेजेंगे तो फिर ऐसी घटनाओं को रोकना बहुत मुश्किल है। क्या किया? डॉक्टर गोविंद सिंह को धमकी दी गई। उसका ऑडियो भी सामने आ गया। साफ-साफ कह रहा है कि तू जिंदा नहीं बचेगा। क्या किया पुलिस ने आज तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया? ये जो घटना हुई है आज की ये बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सबको पता था कि ये दोनों परिवारों में टशन चल रही है। दोनों परिवार हथियार लेके घूम रहे हैं लहार के अंदर। लेकिन ऐसा लगता है कि राम भरोसे हो गया है। बिल्कुल कुछ पुलिस जैसी और कानून व्यवस्था जैसी चीज ही दिखाई नहीं दे रही। अवैध हथियारों का जमकर इस्तेमाल हुआ है इसमें जाहिर है थाने के बहुत नजदीक है ये सब कुछ ये जगह ये स्थान कितने हौसले बुलंद हैं और अब क्यों ना हो जब विधायक खुद ही कहते हैं कि उन्होंने धार लगा ली है तलवार पर तो इस तरह का माहौल अगर बनाया जाएगा चुनाव निकल गए चुनाव बीत गए लेकिन क्या पूरे 5 साल इसी तरह से तनाव का माहौल बनाया जाएगा इसी तरह से होगा और सत्ता का शासन का प्रशासन का इस तरह से दुरुपयोग किया जाएगा। एक बहुत महत्वपूर्ण बात यह भी है कि जो चंबल संभाग विभाग में जो अधिकारी पदस्थ किए जाते हैं, वह बड़े अनुभवी होते हैं और उनको मालूम होता है अधिकारियों को तो उस तरह के कदम उठाते हैं। इस तरह की वारदात ना हो। अब जब ये वहां जो रविंद्र शर्मा टीआई है उनको यह पता था कि प्रेम प्रसंग को लेके दो परिवारों में टसन है तो कम से कम इतना तो कर ही सकते थे कि अवैध हथियारों की छानबीन कर लेते। यह देख लेते कि किसी पे लाइसेंस वाला हथियार है तो थाने में जमा करा लेते आप। आप यह देख लेते कि अवैध हथियार क्योंकि सूचना तंत्र पुलिस के पास बहुत अच्छा रहता है। ये ये भी कोशिश कर  सकते थे कि आप इनके दोनों की काउंसलिंग
करा देते।  
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह लहार थाना प्रभारी पर लगाये आरोप
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि अ दो पक्षों में दिन दहाड़े हुई गोली बारी में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई और दो लोग घायल हो गये। गोली चलाने वाले दोनों पक्षों को लहार के नगर निरीक्षक पुलिस रविन्द्र शर्मा का सरंक्षण प्राप्त है और टी.आई. लहार को वरिष्ठ अधिकारियों का आर्शीवाद मिला हुआ है, आज हुई गोलीबारी उसी का नतीजा है। इन दो परिवारों के बीच झगड़े की आशंका कई दिनों से बनी हुई थी। विगत दो माह से बाहर के असामाजिक तत्व हथियार लेकर खुले आम घूमते हुए देखे जा रहे थे, लेकिन लहार की पुलिस मूक दर्शक बनी रही, इस घटना के एक माह पूर्व एक परिवार के व्यक्ति की मारपीट की गई लेकिन पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध ठोस कार्यवाही नहीं की थी, यदि टी.आई. शर्मा आरोपियों पर सख्त कार्यवाही करते तो आज दानों पक्षों के बीच हुए झगड़े में न तो एक पक्ष के एक व्यक्ति की मृत्यु होती और न ही दूसरे पक्ष के दो व्यक्ति घायल होते। मैं लहार नगर में घटी इस घटना की निंदा करता हूँ, और मुख्यमंत्री  से मांग करता हूँ कि लहार सहित पूरे भिण्ड जिले की कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये कोई ठोस कार्यवाही करें। ताकि जिले की जनता राहत महसूस कर सके।