•  RTO कार्यालय के 22 कामों को करने मांगी 30 हजार की रिश्वत

बड़वानी। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के परिवहन विभाग में रिश्वतखोरी का बड़ा मामला सामने आया है। इंदौर से आए लोकायुक्त की टीम ने जिला परिवहन अधिकारी सहित कार्यालय में काम करने वाले एक एजेंट को आरोपी बनाया है। 10 हजार रुपये लेते समय लोकायुक्त पुलिस ने एजेंट को रंगे हाथों पकड़ लिया। दरअसल, जिला परिवहन कार्यालय में रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त इंदौर की टीम ने आरटीओ और उनके एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। इस मामले में फरियादी चेतन शर्मा के अनुसार, बड़वानी आरटीओ रीना किराड़े ने एजेंट विवेक मलतारे के माध्यम से लाइसेंस रिन्यूअल समेत करीब 22 अन्य कामों के लिए 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जब चेतन शर्मा ने अपने लंबित कार्यों के लिए आरटीओ से संपर्क किया, तो उन्होंने एजेंट से मिलने को कहा। एजेंट ने आरटीओ का हवाला देते हुए 30 हजार रुपये की मांग की। इस पर चेतन शर्मा ने पिछले माह लोकायुक्त इंदौर में शिकायत दर्ज कराई थी।
लोकायुक्त टीआई प्रतिभा तोमर के अनुसार, बुधवार दोपहर को अंजड़ नगर स्थित गायत्री मंदिर के पास एजेंट विवेक मलतारे को फरियादी चेतन के कामों के एवज में पहली किस्त के रूप में 10 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। विवेक मलतारे परिवहन कार्यालय का अधिकृत एजेंट है। इसके बाद लोकायुक्त ने आरटीओ रीना किराड़े और एजेंट विवेक मलतारे दोनों को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।