•  ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भोपाल से प्रदेशवासियों का आत्मविश्वास बढ़ा 

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भोपाल से न केवल भारत बल्कि प्रदेश के छोटे से छोटे निवेशकों और प्रदेशवासियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने यूके, जर्मनी, जापान सहित सभी विदेशी मेहमानों, मंत्री गण, विभागीय अधिकारियों और प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सबके सहयोग से हम बेहतर स्थिति में पहुंचे हैं। जीआईएस में उद्योग विभाग में 12.02 लाख करोड़, नवकरणीय ऊर्जा में 5.72 लाख करोड़, खनन एवं खनिज में 3.22 लाख करोड़, शहरी विकास में 1.9 लाख करोड़, ऊर्जा विकास में 1.74 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त हुआ है। औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार, निवेश की प्रगति की निरंतर समीक्षा करेगी। मुख्यमंत्री स्तर से प्रत्येक दो माह में और मुख्य सचिव द्वारा प्रतिमाह समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मंत्री को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम के गान के साथ प्रारंभ हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को मंत्रीगण ने भगवान रामलला की प्रतिमा भेंट कर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सफल और उपलब्धि पूर्ण आयोजन के लिए उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मंत्रीगण द्वारा अंगवस्त्रम भेंट कर अभिनंदन किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार अपने सभी वादे पूर्ण करने के लिए संकल्पित है। इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2600 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, इसमें 175 रूपये प्रति क्विंटल बोनस है। इससे राज्य सरकार पर 1400 करोड़ रूपए का भार आएगा और लगभग 80 लाख मैट्रिक टन गेहूं का उपार्जन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गेहूं के समर्थन मूल्य को लेकर किसानों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं, गेंहू उपार्जन का यह कार्य 15 मार्च से आरंभ होगा। इसी प्रकार प्रदेश में 6.70 लाख किसानों द्वारा 12.20 लाख हेक्टेयर में धान का उत्पादन किया गया है। धान किसानों को खरीफ वर्ष 2024 के लिये 4000 रुपए प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। इस पर लगभग 480 करोड़ की राशि व्यय होगी।