गुजरात के अमरेली जिले से एक गंभीर और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 40 बच्चों ने वीडियो गेम से प्रेरित होकर ब्लेड से अपने हाथ काटे। इस घटना ने बच्चों के मानसिक विकास और वीडियो गेम के नकारात्मक प्रभाव पर सवाल उठाए हैं। एक छात्र ने अपने साथियों को 10 रुपये का लालच दिया और ब्लेड से हाथ काटने के लिए उकसाया। इसके बाद, इन बच्चों ने पेंसिल शार्पनर से अपने हाथों को काट लिया, जिससे एक डरावनी घटना ने जन्म लिया।

10 रुपये के लालच में बच्चों ने काटे हाथ

घटना के अनुसार, एक छात्र ने अपने सहपाठियों को यह ऑफर दिया कि जो बच्चे ब्लेड से अपने हाथ काटेंगे, उन्हें वह 10 रुपये देगा। इस छोटे से लालच में आकर 40 बच्चों ने एक साथ अपने हाथों को ब्लेड से काटने का खौ़फनाक कदम उठाया। यह घटना बच्चों की मानसिक स्थिति और उनकी सोच के स्तर को दर्शाती है, जिससे साफ होता है कि गलत आदतें और वीडियो गेम के नकारात्मक प्रभाव बच्चों को गलत रास्ते पर ले जा सकते हैं।

शिक्षकों ने घटना को छुपाया

मामला सामने आने के बाद यह खुलासा हुआ कि स्कूल प्रशासन और शिक्षकों ने इस घटना को करीब आठ दिनों तक छुपाए रखा। बच्चों के हाथों में ब्लेड से कटने के निशान दिखने के बावजूद शिक्षक इस मामले को नजरअंदाज करते रहे, जो कि पूरी घटना में लापरवाही का संकेत है। स्कूल अधिकारियों ने न केवल बच्चों की मानसिक और शारीरिक सुरक्षा को नजरअंदाज किया, बल्कि इस घटना की सूचना देने में भी देरी की। इस पर सवाल उठने लगे हैं कि स्कूल प्रशासन ने इतनी गंभीर घटना को क्यों छुपाया और समय रहते इसकी जानकारी क्यों नहीं दी?