भोपाल। साइबर क्राइम पुलिस ने कमीशन लेकर ठगों को खाते उपलब्ध कराने वाले एक खाता धारक को उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार किया है। आरोपित ने इरशाद इंटरप्राइजेज के नाम को खाता खुलवाकर ठगों को उपलब्ध कराया था। दोस्ती करके 71 लाख रुपये की ठगी के इस मामले में दो नाइजीरियन नागरिकों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक अन्य विदेशी नागरिक की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक इस मामले की शिकायत इंद्रपुरी, भोपाल निवासी नरेश मुदगल ने वर्ष 2019 में की थी। नरेश ने पुलिस को बताया कि उनकी बहन प्रीति शर्मा मेलबर्न आस्ट्रेलिया में रहती हैं। एक विदेशी व्यक्ति ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उनसे दोस्ती की और करीब एक करोड़ रुपए कीमत का पार्सल भेजने की बात कही।
बहन के झांसे में आने के बाद पार्सल की डिलीवरी करने वाले दो अज्ञात लोगों ने पार्सल डिलेवरी चार्ज, एन्टी मनी लांडरिंग फीस, एण्टी टेररिज्म सर्टिफिकेट, टेक्स आदि के नाम पर 13 अलग अलग बैंक खातों में करीबन 71 लाख रुपये की राशि जमा करवा ली। उसके बाद उन व्यक्तियों ने अपने मोबाईल फोन बंद कर लिए। नरेश की इस शिकायत पर साइबर क्राइम ब्रांच ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
खाता उपलब्ध कराने वाला आरोपित यूपी से पकड़ाया
साइबर क्राइम ब्रांच ने तकनीकी जांच में पता चला कि न्यू बस्ती बरेली उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद इरशाद (48) के बैंक खाते में ठगी की रकम पहुंची थी। पुलिस की एक टीम ने बरेली पहुंचकर आरोपित इरशाद को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि उसने इरशाद इंटरप्राइजेज के नाम से बैंक में अकाउंट खुलवाया था और उसे ठगी करने वालों को कमीशन लेकर किराये पर दिया था। इसके पहले इसी मामले में पुलिस ने दो नाइजीरिया आरोपितों अबूह मारवलस और जोसेफ डायोज को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। इस प्रकरण का एक विदेश आरोपित यापो माईकल उर्फ प्रोस्पा निवासी दिल्ली अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।