- जिला शिक्षा अधिकारी ने किया निलंबित
- दमोह शिक्षा विभाग भी नींद से जागा
दमोह। निरीक्षण में पाया गया कि शिक्षिका द्वारा गांव के ही मंगल सिंह गौंड को स्कूल में तीन हजार रुपए प्रति माह पर अध्यापन कार्य करने रखा गया है और स्वयं स्कूल में उपस्थित नहीं होती हैं। इस लापरवाही से स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या भी काफी कम है। जिले के बटियागढ़ ब्लाक के शासकीय प्राइमरी स्कूल सेमर कछार में पदस्थ महिला शिक्षिका के द्वारा किराए पर शिक्षक रखा था। अधिकारियों के निरीक्षण में यह बात सामने आई तो वह भी हैरान रह गए, जिसके बाद शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। किराए के शिक्षकों का मामला सामने आने के बाद अब दमोह का शिक्षा विभाग भी नींद से जाग गया है। सोमवार को किराए के शिक्षक रखने एवं स्वयं स्कूल से अनुपस्थित रहने के मामले में एक महिला शिक्षिका को निलंबित किया गया है। दरअसल मंगलवार को बटियागढ़ बीईओ द्वारा स्कूलों का निरीक्षण किया गया था। इसी दौरान बटियागढ़ विकासखंड के शासकीय प्राइमरी स्कूल सेमर कछार का जायजा लिया। वहां पर पदस्थ प्राथमिक शिक्षिका मिथलेश श्रीवास्तव अनुपस्थित पाई गई। निरीक्षण में पाया गया कि शिक्षिका द्वारा गांव के ही एक व्यक्ति मंगल सिंह गौंड को स्कूल में तीन हजार रुपए प्रति माह पर अध्यापन कार्य करने रखा गया है और स्वयं स्कूल में उपस्थित नहीं होती हैं। उनकी इस लापरवाही से स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या भी काफी कम है। संस्था से अनुपस्थित रहने की वजह से शैक्षणिक कार्य व शालेय गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। जिसके चलते शिक्षिका मिथलेश श्रीवास्तव को जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उन्हें निलंबन अविध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बटियागढ़ मुख्यालय नियत किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी नेमा ने इस मामले में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बटियागढ़ और संकुल प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है तथा जबाब समय सीमा में देने के निर्देश दिये है। लोक शिक्षण संचालनालय व कलेक्टर के प्रतिबंध के बावजूद भी पूरे जिले में 100 से अधिक शिक्षकों के मनमाने तरीके से अटैचमेंट किए गए हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।