- यात्रा के हर चरण पर चार स्तरीय सुरक्षा
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की नौ दिनी पदयात्रा गुरुवार से शुरू हो गई है। यह यात्रा हिन्दू समाज में जाति भेदभाव, छुआछूत और अगड़े-पिछड़े के भेद को खत्म करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। बागेश्वर धाम से शुरू होकर यह यात्रा छतरपुर, नौगांव, मऊरानीपुर, निवाड़ी होते हुए 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर पहुंचेगी।
बागेश्वर धाम के बालाजी मंदिर से यात्रा का प्रारंभ
यात्रा का पहला दिन 21 नवंबर को बागेश्वर धाम के बालाजी मंदिर से प्रारंभ हुआ। पहले दिन यह यात्रा ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए कदारी तक पहुंचेगी, जो लगभग 20 किलोमीटर दूर है। यात्रा के दौरान बुंदेली कलाकार और स्थानीय लोककलाएं भी प्रस्तुत की जाएंगी। पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिन्दू समाज को जागरूक कर भारत को सामर्थ्यवान बनाना है। इसके साथ ही उनका मानना है कि यही जागृत हिन्दू समाज हिन्दू राष्ट्र की ओर एक कदम बढ़ाएगा।
यात्रा के लिए पंजीकरण करवना अनिवार्य
इस यात्रा में देश भर से हजारों लोग शामिल हो रहे हैं। लगभग 20,000 लोग इस यात्रा में पहले ही पंजीकरण करवा चुके हैं, जबकि इससे कई गुना अधिक लोग बिना पंजीकरण के भी यात्रा में भाग ले सकते हैं। यात्रा में देश-विदेश से आने वाले सनातनी लोग शामिल हो रहे हैं। पं. शास्त्री ने लोगों से शांति और उत्साह के साथ यात्रा में भाग लेने की अपील की है।
कई प्रमुख संतों और हजारो लोगो का समर्थन
कई प्रमुख संतों का यात्रा के दौरान समर्थन भी प्राप्त है। जिनमें गोपालमणि जी, कथाव्यास संजीवकृष्ण ठाकुर, हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास महाराज, वृंदावन के महंत सुदामा कुटी, तथा महाराष्ट्र के गोविंददेव गिरि जैसे प्रसिद्ध संत शामिल होंगे। इसके अलावा, इस यात्रा में विभिन्न समाजों के महापुरुषों को झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। यात्रा में कुल 15 रथ तैयार किए गए हैं, जिनमें गौरथ, महापुरुषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ और बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल है।
यात्रा के हर चरण में चार स्तर की सुरक्षा व्यवस्था
यात्रा में एक विशेष आकर्षण भी होगा, जिसमें बुंदेलखंड के खली बद्री विश्वकर्मा अपने बालों से 160 किलोमीटर तक रथ खींचेंगे। इसके अलावा, यात्रा में कई डीजे वाहन, घोड़े, बग्घी और बुंदेली कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। सुरक्षा के मद्देनजर, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। यात्रा के हर चरण में चार स्तर की सुरक्षा व्यवस्था होगी, ताकि यात्रा में कोई विघ्न न आए। छतरपुर जिले में यात्रा की सुरक्षा के लिए 600 पुलिस जवान भेजे गए हैं, और यात्रा के दौरान चार स्तरीय सुरक्षा घेरा भी बनाया जाएगा।
जानी-मानी हस्तियां भी होंगी शामिल
यात्रा के दौरान कई जानी-मानी हस्तियां भी शामिल होंगी। इनमें फिल्म स्टार संजय दत्त, पहलवान खली, गायक कीर्तिदान गढ़वी, भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह, और कवि कुमार विश्वास जैसे नाम शामिल हैं। इन हस्तियों का स्वागत अलग-अलग स्थानों पर किया जाएगा और वे यात्रा में भाग लेकर अपने अनुभव भी साझा करेंगे।
लोगों के स्वागत के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था
यात्रा के मार्ग पर यात्रा में सम्मिलित लोगों के स्वागत के लिए कई जगहों पर भोजन और विश्राम की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इस पदयात्रा को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है और लोग बड़ी संख्या में इस यात्रा में भाग लेने के लिए आ रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ हिन्दू समाज को एकजुट करना नहीं, बल्कि भारत को एक समृद्ध और सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए हर नागरिक को जागरूक करना है।