कनाडा की विदेश मंत्री बोलीं – भारत से रिश्ते धीरे-धीरे ठीक होंगे

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पिछले साल भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई थी
कनाडा। कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने कहा है कि उनका देश भारत के साथ रिश्तों को धीरे-धीरे सुधारने की कोशिश कर रहा है। कुछ दिन पहले उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बात की थी। पिछले साल भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई थी। कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। भारत ने इन आरोपों को झूठा बताया था। इस विवाद के बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को बाहर निकाल दिया और व्यापार की बातचीत भी रुक गई। अब तक दोनों देशों ने नए उच्चायुक्त भी नहीं भेजे हैं। विदेश मंत्री आनंद ने कहा, “हम एक-एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। इस केस की जांच चल रही है। लेकिन हम भारत के साथ साझेदारी को दोबारा मजबूत करना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार दुनिया के दूसरे देशों के साथ भी मजबूत रिश्ते बनाना चाहती है।
रूस बोला- सहयोगी सर्बिया ने पीठ में छुरा घोंपा, यूक्रेन को हथियार सप्लाई किए
रूस ने अपने पुराने सहयोगी सर्बिया पर यूक्रेन को हथियार भेजने का आरोप लगाया है। रूस ने कहा है कि सर्बिया नाटो देशों की मदद से गुप्त तरीके से जंग में यूक्रेन को हथियार दे रहा है।रूस ने इसे पीठ में छुरा घोंपने जैसा बताया है और कहा कि इन हथियारों का मकसद सिर्फ रूसी सैनिकों और नागरिकों को मारना है।रूसी खुफिया एजेंसी SVR के मुताबिक, सर्बिया की रक्षा कंपनियां अब भी सोवियत-काल के हथियार बना रही हैं और ये गोलाबारूद चेक गणराज्य, पोलैंड और बुल्गारिया जैसे देशों के जरिए यूक्रेन पहुंचाया जा रहा है। कुछ खेपें अफ्रीकी देशों के रास्ते भी भेजी गई हैं।सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूचिच ने स्वीकार किया है कि उन्होंने इस मुद्दे पर हाल ही में राष्ट्रपति पुतिन से बात की है। दोनों देशों ने मिलकर एक वर्किंग ग्रुप बनाने पर सहमति जताई है, जो यह जांच करेगा कि हथियार यूक्रेन तक कैसे पहुंच रहे हैं। हालांकि वूचिच ने सीधे तौर पर हथियार भेजने से इनकार किया है।