सीएम डॉ. यादव बोले- मां नर्मदा के आशीर्वाद से अब हाटपीपल्या क्षेत्र के नागरिकों की प्यास बुझेगी

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190 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 85 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को देवास जिले के हाटपीपल्या क्षेत्र को बड़ी सौगात देते हुए लगभग 190 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 85 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। इस दौरान उन्होंने मां नर्मदा के जल से क्षेत्र की वर्षों पुरानी पेयजल समस्या को दूर करने और किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की। मां नर्मदा के आशीर्वाद से अब हाटपीपल्या क्षेत्र के नागरिकों को भी पेयजल उपलब्ध होगा, वहीं किसानों को भी सिंचाई की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को हाटपीपल्या में विभिन्न विकास कार्यों के भूमि-पूजन एवं लोकार्पण करते हुए यह बात कही। उन्होंने लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत के 20 विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लगभग 130 करोड़ रुपये की लागत के 65 विकास कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में इंदौर, देवास, उज्जैन, शाजापुर जिले का मक्सी, धार का धार एवं बदनावर को मिलाकर मेट्रोपोलियन जोन बनाया जाएगा। इससे विकास के नए कीर्तिमान बनेंगे। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपनी जमीन नहीं बेचें। मां नर्मदा के माध्यम से क्षेत्र की वर्षों पुरानी प्यास बुझाने का कार्य होगा। उन्होंने कहा प्रदेश में वर्ष 2003 तक कुल 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होती थी, जो बढ़कर 55 लाख हेक्टेयर क्षेत्र हो गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए 5 रुपये में विद्युत कनेक्शन देंगे। प्रदेश में गेहूं की सर्वाधिक पैदावार हुई है। किसानों से हमने 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा।
सीएम ने कहा कि प्रदेश में उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार काम कर रही है। किसानों की अधिक से अधिक आमदनी हो इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है। जगह-जगह कृषि मेले लगाए जा रहे है। कृषि मेले लगाकर उन्नत बीजों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, वहीं आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन कर उनके उपयोग के बारे में प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। प्रदेश सरकार कृषि आधारित उद्योगों के प्रति भी लोगों को प्रेरित कर रही है। उन्होंने कहा कि दीपावली, दशहरा पर हर वर्ष मेले लगते है, किंतु राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए कृषि मेले भी लगा रही है। माह अक्टूबर में भोपाल में कृषि मेला लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन के लिए भी गोपालन को प्रोत्साहन देने के लिए 25 से अधिक गाय पालन वाले किसानों को 25 प्रतिशत अनुदान भी देंगे। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है कि प्रदेश दुग्ध उत्पादन में शीर्ष पर आए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं के लिए नगर निगमों को 10 हजार पशुओं की क्षमता वाले गो-शाला निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीर्थों का भी विकास किया जा रहा है। विगत दिनों इंदौर में संपन्न हुई कैबिनेट बैठक में ओंकारेश्वर तीर्थ के विकास के लिए 2250 करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव पारित किया गया है। साथ ही सलकनपुर, दतिया, नलखेड़ा, मैहर आदि 19 धार्मिक नगरों में शराब बंदी की गई है। लोकमाता मां अहिल्या देवी ने नागरिकों के कल्याण के लिए विभिन्न लघु उद्योग स्थापित किए और रोजगार को बढ़ावा दिया। लोकमाता अहिल्या देवी की 300वीं जयंती पर प्रदेश में विधवा विवाह को प्रोत्साहन देने और उनके कल्याण के लिए दो लाख रुपये प्रति महिला आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में शुरू की गई राहवीर योजना के बारे में कहा कि सड़कों पर दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों को बचाने के लिए अस्पतालों में पहुंचाने पर 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मानव जीवन बहुमूल्य है और इसे बचाना हमारा काम है। प्रदेश में स्वसहायता समूह के माध्यम से बहनों के आर्थिक कल्याण का कार्य भी तेज गति से हो रहा है इससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बनकर उभर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाटपीपल्या के नागरिकों को 31 मई को भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में सम्मलित होने का आमंत्रण दिया।