- अब सांसद-विधायकों से मीटिंग के बाद होगा निर्णय
भोपाल। भोपाल की कुल 243 लोकेशन में प्रॉपर्टी के रेट 5 से 200 प्रतिशत तक रेट बढ़ाने का प्रस्ताव फिलहाल होल्ड पर चला गया है। केंद्रीय मूल्यांकन कमेटी की मीटिंग से पहले बुधवार सुबह भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से उनके आवास पर मुलाकात की। इससे पहले क्रेडाई सदस्यों भी वित्त मंत्री से मुलाकात करने पहुंचे थे। शर्मा ने वित्त मंत्री को जमीनों के बढ़े हुए भाव को लेकर लिखित शिकायत भी की। सांसद एवं क्रेडाई सदस्यों से चर्चा के बाद वित्त मंत्री ने भोपाल में कलेक्टर गाइड लाइन बढ़ाने पर फिलहाल रोक लगा दी है। अब जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा करने के बाद ही कलेक्टर गाइड लाइन पर अंतिम मुहर लगेगी। जनप्रतिनिधियों के साथ अगली बैठक के बाद ही भोपाल में जमीनों के बढ़े हुए दामों को लेकर फैसला होगा। बता दें कि भोपाल में रेसिडेंशियल, कमर्शियल और एग्रीकल्चर में एवरेज 8.55 प्रतिशत तक गाइडलाइन बढ़ाने का प्रस्ताव है। विधायक भगवानदास सबनानी की आपत्ति के बाद 13 लोकेशन हटा दी गई है। यानी, 240 लोकेशन पर रेट बढ़ेंगे। इसी का विरोध हो रहा है।
भोपाल सांसद बोले- जनप्रतिनिधियों से चर्चा के बाद ही होगा फैसला
मैं आज वित्त मंत्री जी से मिला हूं। भोपाल की 243 लोकेशन पर प्रॉपर्टी के रेट 200 से 500 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव विभाग की ओर से मिला था। इस पर मैंने वित्त मंत्री जी से आग्रह किया है कि भोपाल को लेकर कोई भी प्रस्ताव आता है तो सबसे पहले उस पर जनप्रतिनिधियों से चर्चा होना चाहिए। भोपाल के सांसद और विधायकों से इसे लेकर कोई चर्चा नहीं की गई। वित्त मंत्री जी ने मेरी बात मानी और बहुत ही जल्दी भोपाल के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ वित्त मंत्री जी की अध्यक्षता में बैठक होगी। उसके बाद हमारे सुझावों के आधार पर ही सरकार निर्णय लेगी। केंद्रीय मूल्यांकन समिति की तय बैठक तो होगी, लेकिन भोपाल को लेकर जो भी निर्णय होगा, वो जनप्रतिनिधियों की बैठक के बाद ही होगा।
सर्किल रेट वृद्धि पर क्रेडाई का विरोध
क्रेडाई (कॉन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष मनोज मीक ने कहा कि भोपाल में सर्किल रेट में प्रस्तावित अत्यधिक वृद्धि का रियल एस्टेट उद्योग, आम जनता और प्रधानमंत्री के हाउसिंग फॉर ऑल मिशन के लक्ष्य पर गलत प्रभाव पड़ेगा। पिछले दशक में इंदौर के मुकाबले भोपाल में सर्किल रेट में कई गुना वृद्धि पहले ही हो चुकी है। जिससे संपत्ति बाजार अस्थिर हो गया है। इसका परिणाम यह हुआ कि भोपाल में निवेश में कमी आई है और संपत्तियों की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए घर खरीदना एक बड़ी चुनौती बन गया है। लगभग सर्किल रेट बढ़ाने से प्रॉपर्टी टैक्स में सीधी वृद्धि होती है। जिससे आमजन बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
राजस्व में भी वृद्धि नहीं
मीक ने बताया, इस प्रकार की नीतियों का प्रतिकूल प्रभाव राज्य के राजस्व पर भी पड़ सकता है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों के अनुभव से यह साबित हुआ है कि अत्यधिक सर्किल रेट से संपत्ति लेन-देन में कमी आती है, जिससे राजस्व में अपेक्षित वृद्धि नहीं होती।
क्रेडाई की यह मांग
अध्यक्ष मीक ने बताया, हमारी मांग है कि राज्य सरकार गाइडलाइन रेट प्री-कोविड इयर के स्तर लाए, उपबंधों को तत्काल समाप्त करें और अगले तीन वर्ष के लिए सर्किल रेट में कोई वृद्धि न करें। इस अवधि में निवेश, व्यापार और राजस्व की स्थिति का निष्पक्ष आंकलन किया जाए। यह कदम जनहित में होगा राज्य, राजधानी और राजस्व के विकास में योगदान देगा। सरकार से आग्रह है कि इस वृद्धि पर पुनर्विचार कर लोकहित और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करें।
विधायक को सौंपा आवेदन
सर्किल रेट में अत्यधिक वृद्धि के विरोध में मंगलवार को क्रेडाई के सदस्यों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर मूल्यांकन बोर्ड के सदस्य और विधायक सबनानी को प्रतिवेदन सौंपकर इस वृद्धि के प्रति अपना कड़ा विरोध जताया। बुधवार को क्रेडाई प्रतिनिधिमंडल डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से भी मिलेगा।
100 इलाकों में 20 प्रतिशत तक रेट बढ़ाने का प्रस्ताव
भोपाल में कुल 3883 लोकेशन है। इनमें शहर में 3091 और ग्रामीण में 792 लोकेशन शामिल हैं। 3641 लोकेशन में रेट नहीं बढ़ाए जाएंगे, जबकि बाकी लोकेशन पर वृद्धि की जाएगी। इस बार 9 नई लोकेशन भी जोड़ी गई है। बता दें कि 100 से अधिक लोकेशन ऐसी हैं, जहां अधिक रजिस्ट्रियां हुई हैं। इसलिए इनमें वृद्धि करने का टारगेट रखा गया है।
प्रस्ताव में इन इलाकों में रेट बढ़ाने पर चर्चा
- 100 लोकेशन ऐसी जहां ज्यादा रजिस्ट्री हुई हैं, वहां भी रेट बढ़ेंगे।
- कोलार में गोल गांव पर सिक्सलेन के कारण प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ी हैं। गोलजोड़ से थुआंखेड़ा और कजलीखेड़ा तक कलेक्टर गाइडलाइन में वृद्धि होगी।
- भानपुर कचरा खंती हटने के बाद अब अयोध्या बायपास इलाके में भी रजिस्ट्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है।
- सलैया क्षेत्र में तेजी से डेवलपमेंट हो रहा है, इसलिए यहां भी रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है।
- कोकता बायपास-बगरोदा व्यावसायिक क्षेत्र है। यहां भी दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
- बैरागढ़ स्टेशन के पास, मिनाल, वैशाली नगर बड़वई सड़क से हटकर, बरखेड़ी कलां, चौपड़ाकलां, कटारा हिल्स, रातीबड़, बिशनखेड़ी, दामखेड़ा व मेंडोरी में भी रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है।
- नर्मदापुरा रोड, मिसरोद, गुलमोहर, आकृति ईको सिटी, विद्यानगर, कान्हाकुंज, पुलिस हाउसिंग सोसायटी, वंदना नगर समेत कई इलाकों में भी रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है।
इस साल 1 हजार 443 लोकेशन पर बढ़े थे दाम
इस साल 1 अप्रैल से भोपाल जिले की 3900 लोकेशन में से 1443 लोकेशन पर दाम बढ़ाए गए थे। कुल 7.19% की औसत बढ़ोतरी बताई गई थी। शहर की 1228 लोकेशन पर औसत 8.9% और ग्रामीण की 215 लोकेशन पर 5.48% बढ़ाए जाने का प्रस्ताव फाइनल हुआ था। अब दोबारा से रजिस्ट्री के दाम बढ़ाए जाने की तैयारी है। हालांकि, यह नए साल में ही बढ़ेगी।