पिछली तिमाही हुआ था घाटा
इस एयरलाइन ने सितंबर तिमाही के लिए 449 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 830 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी ने पिछली जून तिमाही में 198 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। कंपनी के परिचालन से होने वाले कुल राजस्व में साल-दर-साल 27% की गिरावट देखी गई और यह 1,429 करोड़ रुपये रहा।
पिछले हफ्ते ही निकला था समाधान
स्पाइसजेट ने पिछले हफ्ते ही हेलॉन आयरलैंड मैडिसन वन लिमिटेड के साथ 413 करोड़ रुपये के विवाद के समाधान की घोषणा की। समझौते के तहत, स्पाइसजेट दो विमानों का अधिग्रहण करेगा, जिससे एयरलाइन के बेड़े और परिचालन क्षमताओं में वृद्धि होगी।