- निफ्टी 23700 के पार पहुंचा
नई दिल्ली। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडानी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज में सर्वाधिक लाभ रहा। बजाज फिनसर्व और कोटक महिंद्रा बैंक पिछड़ गए। आइए जानते हैं मंगलवार के शुरुआती कारोबारी सत्र के दौरान बाजार का हाल कैसा रहा। निचले स्तरों पर मूल्य-खरीद के साथ-साथ ब्लू-चिप स्टॉक रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में खरीदारी के कारण इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में तेजी आई। मजबूत वैश्विक रुझान और घरेलू संस्थागत निवेशकों की निरंतर खरीदारी से भी बाजार में तेजी आई। शुरुआती कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स 591.19 अंक बढ़कर 77,930.20 अंक पर पहुंच गया। वहीं एनएसई का निफ्टी 188.5 अंक बढ़कर 23,642.30 अंक पर पहुंच गया। कारोबार शुरू होने के थोड़ी देर बाद सेंसेक्स 800 अंकों के पार कारोबार करता दिखा, वहीं निफ्टी 23700 का स्तर पार कर गया।
महिंद्रा एंड महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स और टाटा मोटर्स के शेयरों में तेजी
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज में सर्वाधिक लाभ रहा। बजाज फिनसर्व और कोटक महिंद्रा बैंक पिछड़ गए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,403.40 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,330.56 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक बाजारों में भी दिखा सकारात्मक रुझान
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो और हांगकांग में तेजी रही जबकि शंघाई में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को अमेरिकी बाजार अधिकतर बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत बढ़कर 73.49 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
सोमवार को लगातार चौथे दिन 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31 प्रतिशत गिरकर 77,339.01 पर बंद हुआ था। लगातार सातवें दिन गिरावट के साथ निफ्टी 78.90 अंक या 0.34 प्रतिशत गिरकर 23,453.80 पर बंद हुआ था।
रुपया डॉलर के मुकाबले 2 पैसे बढ़कर 84.40 पर पहुंचा
घरेलू शेयर बाजारों में सुधार और प्रमुख एशियाई प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे बढ़कर 84.40 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि, विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि विदेशी निधियों की सतत निकासी तथा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण स्थानीय मुद्रा पर दबाव पड़ा और इसकी तीव्र बढ़त पर रोक लग गई।