भोपाल के कोलार रोड स्थित कजलीखेड़ा में सोमवार को आबकारी विभाग की टीम ने कार्रवाई की। यहां पर शराब के अवैध कारोबार की सूचना मिली थी। जब अफसर मौके पर पहुंचे तो अवैध शराब का जखीरा देख दंग रह गए। कारोबारियों ने खेत में शराब से भरे कुप्पे गाड़ रखे थे। वहीं, भट्टी पर शराब बनाई जा रही थी।
जिला आबकारी कंट्रोलर आरजी भदौरिया के नेतृत्व यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया, कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और सहायक आबकारी आयुक्त दीपम रायचूरा के निर्देशन में टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों ने सोमवार को कजलीखेड़ा में दबिश दी।
सबसे पहले गांव में घेराबंदी की, फिर शराब ढूंढी
आबकारी कंट्रोलर भदौरिया ने बताया, कार्रवाई के लिए छह से सात टीमें बनाई गई थीं। सबसे पहले कजलीखेड़ा को चारों ओर से घेर लिया। फिर शराब तलाशी गई। यहां पर मैदान और खेतों में छुपा कर रखे गए कुप्पों में करीब 3200 किलो ग्राम महुआ लाहन और 315 लीटर हाथ भट्टी कच्ची शराब मिली। जमीन में गड़े कुप्पों को ढूंढने में दो से तीन घंटे लग गए। कुछ जगहों पर भट्टी जल रही थी और शराब बनाई जा रही थी।\
साढ़े 3 लाख रुपए से ज्यादा कीमत
जब्त शराब की कीमत 3 लाख 67 हजार रुपए है। दो महिलाओं को पकड़ा गया है। उनके विरुद्ध मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1)क के तहत प्रकरण दर्ज किए हैं। कजलीखेड़ा में लंबे समय से अवैध शराब बनाई जा रही थी, जो आसपास के गांवों में सप्लाई होती थी। इस मामले में किन लोगों की संलिप्तता है, इसका भी पता लगाया जा रहा है।