आरबीआई ने नवंबर में खरीदा आठ टन सोना, अब 876 टन भंडार
- अंतरिक्ष सेक्टर के निवेश में 55त्न की गिरावट
नई दिल्ली। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने नवंबर, 2024 में अपने भंडार में सामूहिक रूप से 53 टन सोना जोड़ा। इस दौरान आरबीआई ने 8 टन सोना खरीदा। इसके साथ ही, आरबीआई का स्वर्णभंडार बढ़कर 876 टन पहुंच गया। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में बताया, आरबीआई सोना खरीदने के मामले में 2024 में पोलैंड के केंद्रीय बैंक एनबीपी के बाद दूसरे स्थान पर है। इस अवधि में पोलैंड ने 90 टन सोना खरीदा, जबकि आरबीआई ने 73 टन सोने की खरीदारी की।
2024 में भारतीय अंतरिक्ष सेक्टर के निवेश में 55 प्रतिशत की गिरावट
चंद्रयान-3 की बड़ी सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष इंडस्ट्री ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। ऐसा माना जा रहा था कि चंद्रयान-3 की कामयाबी और इसरो की आगामी दूसरी महत्वाकांक्षी योजनाओं के मद्देनजर भारतीय अंतरिक्ष इंडस्ट्री में निवेश बढ़ेगा, लेकिन पिछले साल निवेश में 50 प्रतिशत से अधिक की अप्रत्याशित गिरावट दर्ज की गई है। अंतरिक्ष इंडस्ट्री पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में भारतीय अंतरिक्ष इंडस्ट्री में निवेश घटकर 59.1 मिलियन डॉलर रह गया। यह साल 2023 के मुकाबले 55 प्रतिशत कम है। 2023 में भारतीय अंतरिक्ष इंडस्ट्री में 130.2 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अंतरिक्ष सेक्टर में यह गिरावट वैश्विक निवेश में 20त्न की गिरावट के बीच आई है, जो कम से कम पांच वर्षों में पहली गिरावट है।
अस्थिरता के कारण इन्फोसिस सहित कई कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी टाली
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस समेत कई कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में भी वार्षिक वेतन वृद्धि को टाल दिया है। आमतौर पर साल की शुरुआत में लागू होने वाली वेतन वृद्धि में देरी इस बात का संकेत है कि घरेलू आईटी क्षेत्र अब भी अनिश्चितता का सामना कर रहा है। माना जा रहा है कि वैश्विक अस्थिरता के चलते ग्राहक आईटी खर्च में वृद्धि नहीं कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इन्फोसिस ने आखिरी बार वेतन वृद्धि नवंबर, 2023 में लागू की थी। अन्य बड़ी आईटी कंपनियों जैसे एचसीएल टेक, एलटीआईमाइंडट्री और एलएंडटी टेक सर्विसेज ने भी दूसरी तिमाही में लागत व मुनाफे में संतुलन बिठाने के लिए वेतन वृद्धि नहीं की थी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक, इन्फोसिस का मार्जिन दिसंबर तिमाही में कम हो सकता है। इसकी वजह कर्मचारियों का छुट्टी पर जाना और काम के दिन कम होना है।
क्रेडिट सूचना कंपनियों को 30 दिन में दूर करनी होंगी शिकायतें, नहीं तो हर दिन 100 रुपये जुर्माना
आरबीआई ने ग्राहकों की क्रेडिट जानकारी की रिपोर्टिंग पर बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को समेकित कर एक नया नियम जारी किया है। इसके मुताबिक, अगर क्रेडिट संस्थान और क्रेडिट सूचना कंपनियां ग्राहकों की शिकायतें 30 दिन में हल नहीं करती हैं तो उन्हें रोजाना 100 रुपये मुआवजा देना होगा।
आरबीआई ने सोमवार को सर्कुलर में कहा, जब ग्राहकों की क्रेडिट रिपोर्ट एक्सेस की जाएगी तो क्रेडिट सूचना कंपनियों (सीआईसी) को ग्राहकों को एसएमएस/ईमेल के जरिये अलर्ट भेजना होगा। सीआईसी अलर्ट तभी भेजेंगी, जब क्रेडिट सूचना रिपोर्ट यानी सीआईआर जांच ग्राहक को दिखेगा। क्रेडिट संस्थानों यानी बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को ग्राहकों को डाटा सुधार के लिए उनके अनुरोध को अस्वीकार करने के कारणों को बताना होगा, ताकि ग्राहक मुद्दों को बेहतर ढंग से समझ सकें। आरबीआई ने अपने सर्कुलर में कहा, इसका उद्देश्य ऋण सूचना की रिपोर्टिंग और प्रसार के लिए एक मानकीकृत ढांचा स्थापित करना और ग्राहकों के संवेदनशील कर्ज डाटा की गोपनीयता की रक्षा करना है।
कोयला उत्पादन में 23 फीसदी वृद्धि दर्ज
एनटीपीसी माइनिंग ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही तक 30.88 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) कोयला उत्पादन करके शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। एनटीपीसी के बिजली घरों को लगभग 19 फीसदी की वृद्धि के साथ 30.55 एमएमटी कोयला भेजा है। एनटीपीसी कोल माइनिंग ने लगातार अपने उत्पादन लक्ष्यों को पार किया है, जिससे कैप्टिव कोल माइनिंग क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है। एनटीपीसी माइनिंग ने 134.87 एमएमटी से अधिक का उत्पादन किया है। अपनी पांच चालू कैप्टिव कोल खदानों से 132.98 एमएमटी से अधिक कोयले का प्रेषण किया है, जिनमें झारखंड में स्थित पकरी बरवाडीह, केरंदारी और चट्टी बरियातु, ओडिशा में दुलंगा और छत्तीसगढ़ में तलाईपल्ली शामिल हैं।
एनटीपीसी ने 326 बीयू उत्पादन किया हासिल
एनटीपीसी लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के अंत में 326 बीयू उत्पादन दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 3.82 फीसदी की वृद्धि दर्ज करता है। एनटीपीसी कोयला स्टेशनों ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के अंत तक 76.20 फीसदी का संचयी प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) हासिल किया। कैलेंडर वर्ष 2024 के अंत तक एनटीपीसी समूह की स्थापित क्षमता वर्ष के दौरान 2724 मेगावाट की वृद्धि के साथ 76,598 मेगावाट हो गई है। ये उपलब्धियां देश को विश्वसनीय और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को पुष्ट करती हैं। 76.6 गीगावाट की परिचालन क्षमता के अलावा, 9.6 गीगावाट नवीकरणीय क्षमता सहित अतिरिक्त 29.5 गीगावाट क्षमता निर्माणाधीन है। कंपनी 2032 तक 60 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आरईसीपीडीसीएल ने विशिष्ट परियोजना बीओओटी को सौंपा
आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल) ने 30 दिसंबर, 2024 को गुरुग्राम में एक परियोजना विशिष्ट एसपीवी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) राजस्थान ढ्ढङ्क 4ए पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड को पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को सौंप दिया है। ट्रांसमिशन योजना राजस्थान अक्षय ऊर्जा क्षेत्र से 3.5 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा की निकासी के लिए बनाई गई है। परियोजना की अनुमानित लागत 5378.03 करोड़ रुपये है। आरईसीपीडीसीएल के सीईओ टीएससी बोश ने आरईसीपीडीसीएल, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और सेंट्रल ट्रांसमिशन यूटिलिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के कंपनी सचिव सत्य प्रकाश दास को एसपीवी सौंपा। इस परियोजना को 24 महीने में क्रियान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है।
बीआईएस ने मनाया स्थापना दिवस
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) नोएडा शाखा कार्यालय ने आगरा में फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चेंबर में औद्योगिक बैठक के साथ अपने स्थापना दिवस का उत्सव मनाया। बीआईएस का स्थापना दिवस हर साल 6 जनवरी को मनाया जाता है। यह कार्यक्रम देश के औद्योगिक क्षेत्र में मानकीकरण, गुणवत्ता और नवाचार पर चर्चा को बढ़ावा देने की अपनी परंपरा को जारी रखता है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय उद्योग और वाणिज्य मंडल के अध्यक्ष श्री अतुल गुप्ता, राष्ट्रीय वाणिज्य मंडल के उपाध्यक्ष अम्बर प्रसाद और आगरा आयरन फाउंड्री एसोसिएशन के अध्यक्ष अमर मित्तल मौजूद रहें। कार्यक्रम की शुरुआत नोएडा शाखा कार्यालय के प्रमुख विक्रांत के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने बीआईएस की यात्रा और दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए मानकीकरण के महत्व को रेखांकित किया।