इंदौर ।
इंदौर जिले की 9 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला 3 दिसंबर को होगा। उस दिन होने वाली मतगणना के लिए नेहरु स्टेडियम में ईवीएम को रखा गया है। स्ट्रांग रुम की बिजली काट दी गई है और खिड़की दरवाजे सील कर उस पर भारत निर्वाचन आयोग की मुहर सुबह साढ़े पांच बजे लगाई गई। अब तीन दिसंबर तक स्ट्रांग रुम के बाहर सुरक्षा का कड़ा पहरा लगा रहेगा। अब तीन सितंबर को पता चलेगा कि सत्ता के संग्राम का विजेता कौन रहा? इस बार नेहरु स्टेडियम में मतदान सामग्री लेने और देने की व्यवस्था बदली गई थी। इस कारण काफी देर हो गई। 60 किलोमीटर दूर के मतदान केंद्रों से रात एक बजे तक पोलिंग पार्टियां लौटती रही। स्टेडियम में शाम सात बजे सबसे पहले जीपीअेां की पोलिंग पार्टी आई थी। मतदान दलों से ईवीएम व अन्य सामग्री लेकर कर्मचारी स्ट्रांग रुम में जमा कराते रहे। देपालपुर और महू की सामग्री देर रात तक जमा होती रही। सभी जिलों की ईवीएम आने के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सुबह साढ़े पांच बजे स्ट्रांग रुम पर ताला लगाया गया।
पिछले चुनाव से ढाई फीसद ज्यादा वोटिंग,सबसे कम मतदान दो नंबर विधानसभा में
इंदौर में मतदान का अंतिम चार्ट सुबह जरी हुआ। इसमें मतदान का प्रतिशत थोड़ा बढ़ा हुआ है। इंदौर में कुल मतदान 73.79 हुआ है, जो पिछले चुनाव से ढाई फीसद ज्यादा है। सबसे ज्यादा मतदान देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में हुआ। यहां 82.49 मत डाले गए, जबकि सबसे कम मतदान 67.43 दो नंबर विधानसभा क्षेत्र में हुआ।
Bhopal 18/11/2023