मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का प्रचार आखिरी दौर में है। 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। प्रत्याशियों के साथ प्रचार में परिवार के सदस्य भी जुटे हैं। नेताओं की पत्नी-बच्चों से लेकर पोते-पोतियों तक ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है। कुछ युवा पढ़ाई को ब्रेक देकर गांव और गलियों की खाक छान रहे हैं।
आगर: दो साल के रिदिम पिता के लिए मांग रहे वोट
आगर के मौजूदा विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेडे के दो साल के बेटे रिदित वानखेडे़ कुर्ता-पायजामा पहने नन्हे कदमों से चलते हुए प्रचार कर रहे हैं। रिदित गांवों में जाकर महिलाओं, बुजुर्गों के पैर छूते हैं, तो लोग उनका माथा चूम लेते हैं। महिलाएं गोद में लेकर दुलार करती हैं। बुजुर्ग सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद देते हैं। रिदित के प्रचार का अंदाज आगर विधानसभा में लोगों को लुभा रहा है।
गुना: पिता पड़ोस की सीटों पर कर रहे प्रचार, मां-बेटे ने संभाली कमान
राघौगढ़ सीट (गुना) से मौजूदा विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी जयवर्धन सिंह को लोग बाबा साहब के नाम से पुकारते हैं। जयवर्धन राघौगढ़ सीट के अलावा पड़ोस की विधानसभा सीटें- गुना, शिवपुरी, अशोकनगर में भी प्रचार करने जा रहे हैं। राघौगढ़ में जयवर्धन के चुनाव प्रचार की कमान उनकी पत्नी श्रीजाम्या और बेटे सहस्त्रजय सिंह ने संभाल रखी है। पांच साल के सहस्त्रजय ग्रामीण इलाकों में जाकर भाषण देते हैं।
रहली: सबसे बड़ी जीत के लिए बहू मांग रही वोट
भाजपा के सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव अपनी सीट रहली (सागर) में चुनाव के दौरान वोट मांगने नहीं जाते। उनके बेटे अभिषेक भार्गव ही उनके पूरे चुनाव प्रचार की कमान संभालते हैं। इस बार अभिषेक को टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन BJP ने फिर से उनके पिता गोपाल भार्गव को टिकट दिया है। इस बार BJP में CM फेस की रेस में भार्गव ने खुद को शामिल किया है। लिहाजा उनके बेटे अभिषेक और बहू शिल्पी भार्गव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। शिल्पी महिलाओं के बीच जाकर ससुर को मप्र की सबसे बड़ी जीत दिलाने के लिए वोट देने का अनुरोध कर रही हैं।
नरसिंहपुर: पहली बार प्रहलाद के प्रचार में उतरा बेटा
बुंदेलखंड और महाकौशल में अलग-अलग तीन सीटों (सिवनी, बालाघाट, दमोह) से सांसद बनने वाले प्रहलाद पटेल पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। प्रहलाद BJP के स्टार प्रचारक हैं। उन्हें छोटे भाई जालम सिंह की जगह नरसिंहपुर से उम्मीदवार बनाया है। प्रहलाद पटेल के चुनाव प्रचार की कमान भाई जालम सिंह के साथ ही प्रहलाद की पत्नी पुष्पलता सिंह और बेटे प्रबल सिंह पटेल संभाल रहे हैं। प्रबल पहली बार चुनाव प्रचार में उतरे हैं। वे युवाओं के बीच जाकर पिता को वोट देने की अपील कर रहे हैं।
दिमनी: तोमर के बेटे ने दबाए बीमार बुजुर्ग के पैर
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना जिले की दिमनी सीट से प्रत्याशी हैं। BJP के चुनाव अभियान की कमान भी तोमर के हाथों में है, इसलिए वे पूरे प्रदेश में प्रचार कर रहे हैं, लेकिन उनकी सीट दिमनी में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से भी तोमर कैंडिडेट मैदान में होने से जातीय समीकरण गड़बड़ा गए हैं। उन्हें चुनौती मिल रही है। ऐसे में तोमर के बेटे प्रबल प्रताप सिंह ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है। सिमरती गांव में एक घर में जब वे वोट मांगने पहुंचे तो एक बुजुर्ग खटिया पर लेटे थे। प्रबल ने उनके पैर दबाए और आशीर्वाद लेकर पिता को वोट देने की अपील की।
बुधनी: CM की कैंपेनिंग संभाल रहे कार्तिकेय
CM शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान बुधनी में चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं। पिछले कई सालों से कार्तिकेय बुधनी में सक्रिय हैं। स्कूलों को मॉर्डनाइज कराने से लेकर क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन, हेल्थ कैंप लगाने जैसे काम वे लंबे समय से करते आ रहे हैं। चुनाव के साल भर पहले तक कार्तिकेय के बुधनी से चुनाव लड़ने की चर्चाएं होती रहीं, लेकिन पार्टी ने पिता शिवराज को ही प्रत्याशी बनाया। अब कार्तिकेय अपनी मां साधना सिंह के साथ पिता के लिए वोट मांग रहे हैं।
नरेला: बेटी ने पिता सारंग के प्रचार के लिए पढ़ाई से लिया ब्रेक
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भोपाल की नरेला सीट से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। सारंग के प्रचार में उनकी पत्नी रूमा सारंग के साथ बेटा उत्सव और बेटी भूमिका जमीनी कैंपेनिंग कर रहे हैं। पत्नी रूमा महिलाओं से मुलाकात कर रही हैं तो बेटा उत्सव युवाओं की टीम के साथ प्रचार कर रहा है। बेटी भूमिका युवतियों के बीच जाकर पिता को वोट देने की अपील कर रही हैं। विश्वास की बेटी भूमिका और बेटा उत्सव दोनों लॉ के स्टूडेंट हैं। पिता के प्रचार के लिए दोनों बच्चों ने फिलहाल पढ़ाई से ब्रेक लिया है।
राऊ: पटवारी का बेटा उतरा पिता के प्रचार में
कांग्रेस विधायक और इंदौर की राऊ सीट से प्रत्याशी जीतू पटवारी पिछले चुनाव में 5703 वोटों के अंतर से ही जीते थे। BJP ने पिछला चुनाव हारे मधु वर्मा को फिर से प्रत्याशी बनाया है। इस वजह से मधु को सहानुभूति की उम्मीद है तो पटवारी अपने अंदाज और लोकल कनेक्ट के चलते जीत के प्रति आश्वस्त हैं। राऊ में पटवारी के बेटे कृष्णानंद पटवारी पहली बार प्रचार में उतरे हैं। कृष्णानंद डेली कॉलेज इंदौर में 12वीं के स्टूडेंट हैं। वे अपनी मां रेणुका पटवारी के साथ प्रचार कर रहे हैं।
Bhopal 13/11/2023