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'तुम्हें यह लेटर मिल जाए, तो लड़ने मत चले आना; बेटे के लिए टॉफी लेकर घर पहुंचा 

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भोपाल पुलिस मुख्यालय की स्पेशल ब्रांच के एसआई सुरेश खांगुड़ा और उसके परिवार की मौत की गुत्थी अभी सुलझ नहीं सकी है। पुलिस को एसआई के घर में एक लेटर मिला है। पुलिस इसके फ्रिंगर प्रिंट एक्सपर्ट से जांच कराएगी। वजह- यह लेटर सुरेश और उसकी पत्नी कृष्णा ने ही लिखे या तीसरे व्यक्ति ने लिखे। लेटर में कृष्णा ने पति के लिए लिखा- 'तुम्हें यह लेटर मिल जाए, तो मुझसे लड़ने मत चले आना।'

इधर, रविवार को भी पुलिस सुरेश के घर पहुंची। यहां से कुछ सबूत जुटाए। घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने दोनों के मोबाइल की संबंधित टेलीकॉम एजेंसी से कॉल डिटेल मांगी है। इसके साथ ही मोबाइल के डाटा को भी रिकवर कराया जाएगा। अब तक की जांच में सामने आया है कि घटना से पहले सब इंस्पेक्टर बच्चे के लिए टॉफी लेकर घर पहुंचा था। यहां आते कलह शुरू हो गई होगी। अभी तक की जांच में पुलिस मान रही है कि सब इंस्पेक्टर सुरेश खांगुड़ा (32) ने पहले पत्नी कृष्णा (28) और बेटे इवान (2) की हत्या की है। बाद में खुद ट्रेन के सामने कूद गए।

लेटर में ये लिखा है
कृष्णा: तुम्हें यह लेटर मिल जाए, तो मुझसे लड़ने मत चले आना। ढंग से बात तक नहीं करते। शनिवार-रविवार को भी ड्यूटी चले जाते हो। बस घर से ड्यूटी और ड्यूटी से घर। सड़ा सा मुंह बनाए रहते हो। मुझ पर गुस्सा करते हो, लड़ते हो। तुम्हें न मेरा ख्याल है और न इवान का। कोई कुछ बोलता है, तो जान से मारने की धमकी देते हो। मैं भी पढ़ी-लिखी हूं, गंवार नहीं।
सुरेश: अपन एक अच्छे दोस्त की तरह रहेंगे। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। तुम्हारा ध्यान रखूंगा। हम एक-दूसरे के साथ ठीक से रहेंगे। तुम मुझे समझो, मैं तुम्हें समझूंगा।

एक साथ जली तीनों की चिता

भोपाल में रविवार को पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों के शव आगर जिले के गुंदीकलां ले जाए गए। यहां तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ तीन चिताएं देख गांव का माहौल गमगीन हो गया। देखने वालों की आंखों में आंसू आ गए।

तीन साल में कॉन्स्टेबल से बने एसआई

सुरेश का बड़ा भाई गोकुल खांगुड़ा पेशे से पटवारी है। गोकुल ने बताया कि सुरेश पढ़ने में होशियार था। उसने गणित विषय से बीएससी की थी। वर्ष 2013 में उसका चयन कॉन्स्टेबल के लिए हुआ था। उसकी पोस्टिंग इंदौर में थी। बाद में 2016 में उसका एसआई में सिलेक्शन हुआ। इसके बाद से वह भोपाल में रहने लगा। वह UPSC की भी तैयारी कर रहा था। वह बहुत खुश रहता था। कोई परेशानी होती, तो हमें जरूर बताता।

पहली नजर में कृष्णा से हो गया था प्यार

गोकुल ने बताया कि सुरेश के ससुर शिवलाल वर्मा मारफेड में पदस्थ थे। वह मूलत: जीरापुर के ब्राम्हण गांव के रहने वाले हैं। हमारी उनसे पहले से रिश्तेदारी है। भाई सुरेश के लिए हम लोग गांव गुंदीकलां से उसकी शादी के लिए लड़की देखने शिवलाल वर्मा के घर भोपाल आए थे। तब सुरेश की पहली मुलाकात कृष्णा से हुई थी। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चलने लगा। 2017 में दोनों की शादी करा दी। कृष्णा ने बीकॉम की पढ़ाई की थी। वह हाउस वाइफ थी।

 

पत्नी को रोजाना मायके छोड़ता था सुरेश
सुरेश की ससुराल उसके घर से करीब 350 मीटर दूर है। वह रोजाना ऑफिस जाते समय पत्नी कृष्णा को उसके मायके में छोड़ देता था, जहां बेटा अन्य बहनों के बच्चों और नाना-नानी के साथ खेलता रहता था। शाम को ड्यूटी से लौटते समय वह पत्नी और बच्चे को लेकर घर आता था। माता-पिता के बाहर जाने के कारण शुक्रवार को कृष्णा मायके नहीं गई थी। पड़ोस में रहने वाली सुधा वर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 7 बजे कृष्णा बच्चे को साइकिल पर घुमा रही थी। उनके बीच कभी किसी ने विवाद होने की जानकारी नहीं दी। साले हरीश ने भी दोनों के बीच विवाद की बात नहीं बताई है।

यह है मामला

सब इंस्पेक्टर सुरेश खागुड़ा (32) 2017 बैच के थे। पुलिस मुख्यालय में टेक्निकल विंग का काम देखते थे। मूल रूप से आगर मालवा जिले के बूंदीकला गांव के रहने वाले थे। 5 साल से भोपाल में ससुराल के पास ही किराए से रह रहे थे। सुरेश का शव शुक्रवार रात 11:45 बजे हबीबगंज रेलवे स्टेशन के आगे मिसरोद इलाके में रेलवे ट्रैक पर मिला, तब पहचान नहीं हो सकी थी। शनिवार सुबह 10 बजे घटनास्थल के पास बाइक (सरकारी गाड़ी) मिली। इससे उनकी पहचान हो सकी। इसके बाद पुलिस सुरेश के घर स्वागत बंगले के पास राजवैद्य कॉलोनी, कोलार पहुंची।

कृष्णा की बड़ी बहन अनीता पुलिस के साथ सुरेश के घर पहुंचीं। मकान पर बाहर से ताला लगा मिला, लेकिन घर के अंदर टीवी ऑन था। पुलिस ने आवाज दी, लेकिन जवाब नहीं मिला। खिड़की से झांक कर देखा तो कृष्णा (28) और इवान (2) के खून से लथपथ पड़े दिखे। पुलिस दरवाजे की कुंडी तोड़कर घर में दाखिल हुई। जांच में सामने आया कि हत्या अलग-अलग कमरों में की गई। महिला की हत्या जमीन पर, जबकि बच्चे की हत्या बेड पर की गई। पास में ही मीट काटने वाला चाकू (बका) पड़ा था। पुलिस का मानना है कि इसी चाकू से हत्या की गई है।

Bhopal   13/03/2023