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46 नियुक्तियों में दूसरे दलों से आए एक चौथाई नेताओं को मिला मंत्री का दर्जा 

मध्यप्रदेश में लंबे समय से राजनीतिक पुनर्वास का इंतजार कर रहे नेताओं को फिर निराशा हाथ लग सकती है। इस निराशा की वजह यह है कि भाजपा ने फिलहाल निगम मंडलों की नियुक्तियों को होल्ड कर प्राधिकरणों में नेताओं को एडजस्ट करने की तैयारी काे अंतिम रूप दिया है। संभवत: विधानसभा का बजट सत्र खत्म होते ही प्राधिकरणों में नियुक्त होने वाले अध्यक्ष, उपाध्यक्षों और सदस्यों की लिस्ट जारी होगी।

मध्यप्रदेश में ये हैं विकास प्राधिकरण

मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, जबलपुर, सिंगरौली, कटनी, अमरकंटक और रतलाम में विकास प्राधिकरण है। जबकि पांच शहर पचमढ़ी, ग्वालियर, खजुराहो, ओरछा, महेश्वर- मंडलेश्वर स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (साडा) में शामिल हैं।

अभी सिर्फ इन प्राधिकरणों में हुई हैं नियुक्तियां

हाल ही में भोपाल विकास प्राधिकरण (BDA) में कृष्णमोहन सोनी को अध्यक्ष और सुनील पांडे, अनिल अग्रवाल लिली को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इंदौर विकास प्राधिकरण में भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा को अध्यक्ष और पिछले महीने राकेश गोलू शुक्ला को उपाध्यक्ष बनाया गया है। मप्र मेला प्राधिकरण में माखन सिंह चौहान को अध्यक्ष बनाया जा चुका है।

एक चौथाई नए भाजपाइयों ने पाया मंत्री का दर्जा

मध्यप्रदेश सरकार ने अब तक 46 नेताओं को निगम, मंडल, बोर्ड, आयोग और प्राधिकरणों में नियुक्त किया है। इनमें से एक चौथाई ऐसे नेता हैं जो नए भाजपाई हैं। यानी दूसरे दलों से आने के बाद भाजपा सरकार में मंत्री पद का दर्जा पा चुके हैं। इन नियुक्तियों की वजह से भाजपा के पुराने नेता खफा चल रहे हैं। इनमें से प्रभावशाली नेताओं को भी सत्ता में एडजस्ट करने के लिए माथापच्ची की जा रही है।

ब जानिए किन नए भाजपाइयों को मिला मंत्री का दर्जा

राहुल लोधी- अध्यक्ष मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन

दमोह से 2018 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने राहुल सिंह लोधी ने 2020 में भाजपा जॉइन कर ली थी। सिंधिया समर्थक विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद होने वाले उपचुनावों के ठीक आठ दिन पहले राहुल लोधी ने कांग्रेस की सदस्यता और विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन कर ली थी, लेकिन उपचुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। दलबदल के बाद राहुल को बीजेपी ने मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष बनाकर मंत्री का दर्जा दिया था। फिलहाल दमोह में लंबे समय से बीजेपी के मजबूत नेता रहे जयंत मलैया पुनर्वास की बाट जोह रहे हैं।

प्रद्युम्न लोधी- अध्यक्ष मप्र स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन

छतरपुर जिले की बड़ामलहरा सीट से 2018 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी जॉइन कर ली थी। बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें मप्र स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष बनाकर मंत्री का दर्जा दिया गया था। इसके बाद बड़ामलहरा के उपचुनाव में प्रद्युम्न 17 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते थे। बड़ामलहरा से भाजपा की विधायक रहीं रेखा यादव और 2018 में भाजपा की उम्मीदवार रहीं ललिता यादव वनवास झेल रही हैं। हालांकि, इन दोनों पूर्व विधायक महिला नेताओं ने विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है।

प्रदीप जायसवाल- अध्यक्ष- स्टेट माइनिंग कॉर्पोरेशन

बालाघाट जिले की वारासिवनी सीट से तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे प्रदीप जायसवाल ने 2018 में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी। इसके बाद प्रदेश में सत्तासीन हुई कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ ने प्रदीप जायसवाल को खनिज विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया था। प्रदेश में जब सत्ता पलट हुई तो जायसवाल ने भाजपा से न केवल नजदिकियां बढ़ा लीं, बल्कि समर्थन देने की बात भी कही थी।

राज्यसभा चुनाव में जायसवाल ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया था, तभी से उनको शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने और बड़ा पद मिलने की अटकलें चल रही थीं, लेकिन अंतिम समय तक उन्हें मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया। प्रदेश में भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होने के बाद जायसवाल को मप्र राज्य खनिज निगम लिमिटेड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अब उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला हुआ है।

इमरती देवी- अध्यक्ष, लघु उद्योग निगम

ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुई इमरती देवी ग्वालियर जिले की डबरा सीट से उपचुनाव हार गई थीं। इमरती को फिलहाल शिवराज सरकार ने लघु उद्योग निगम का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया हुआ है।

गिरराज दंडौतिया- अध्यक्ष ऊर्जा विकास निगम

मुरैना जिले की दिमनी सीट से 2018 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते गिरराज दंडौतिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा जॉइन कर ली थी। दिमनी में हुए विधानसभा उपचुनाव में दंडौतिया कांग्रेस उम्मीदवार रविन्द्र सिंह तोमर भिडौसा से चुनाव हार गए थे। दंडौतिया को मप्र सरकार ने ऊर्जा विकास निगम का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया हुआ है।

ऐदल सिंह कंसाना- अध्यक्ष मप्र स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन

मुरैना की सुमावली सीट से चार बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते ऐदल सिंह कंसाना ने साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी जॉइन की थी। एमपी में हुए तख्ता पलट के बाद शिवराज सरकार ने उन्हें मप्र स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष बनाया था।

रणवीर जाटव- अध्यक्ष संत रविदास मप्र हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम

भिंड जिले की गोहद सीट से दो बार कांग्रेस के विधायक रहे रणवीर जाटव ने सिंधिया के साथ 2020 में कांग्रेस जॉइन की थी। मार्च 2020 में हुए उलट फेर के बाद शिवराज सरकार ने जाटव को संत रविदास मप्र हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। जाटव फिर से गोहद में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।

जसवंत जाटव- अध्यक्ष राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम

शिवपुरी जिले की करैरा सीट से कांग्रेस विधायक जसवंत जाटव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी जॉइन कर ली थी। जाटव को कांग्रेस छोड़ने का इनाम देकर शिवराज सरकार ने राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम का अध्यक्ष बनाया था। इसी निगम में उपाध्यक्ष बनाए गए नंदराम कुशवाह बसपा से 2018 में विधानसभा के प्रत्याशी थे। पृथ्वीपुर में हुए उपचुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी जॉइन की और पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम में उपाध्यक्ष बनाकर सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया।

इनको दी गई है जगह

  • दमोह के पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष हैं।
  • बड़ा मलहरा के विधायक प्रद्युम्न लोधी मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष हैं।
  • डबरा की पूर्व विधायक इमरती देवी मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष हैं।
  • सुमावली के पूर्व विधायक दल सिंह कंसाना मध्य प्रदेश स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष हैं।
  • दिमनी के पूर्व विधायक गिर्राज दंडोतिया मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष हैं।
  • गोहद के पूर्व विधायक रणवीर जाटव संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के अध्यक्ष हैं।
  • करेरा के पूर्व विधायक जसवंत जाटव मध्य प्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के अध्यक्ष।
  • ग्वालियर के पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष।
  • मुरैना के पूर्व विधायक रघुराज कंसाना मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के अध्यक्ष।
  • इनके अलावा बसपा से पृथ्वीपुर विधानसभा में 2018 के प्रत्याशी रहे नंदराम कुशवाहा मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के उपाध्यक्ष हैं।
Bhopal   10/03/2023