भोपाल। जहांगीराबाद में गला रेतने और सीने में चाकू घोंपने से आमिर की जान जाने के मामले में पुलिस की अब तक की जांच बेनतीजा है। हत्या और आत्महत्या के बीच पुलिस की जांच उल्झी है। टीआई शाहबाज खान ने बताया कि शॉर्ट पीएम रिपोर्ट आज मिलने की उ मीद है। जिसके बाद स्िितथ बहुत कुछ साफ हो जाएगी। अब तक की जांच में साफ हो चुका है कि जिस छुरी से आमिर की जान गई उसे वह स्वयं लेकर पहुंचा था। शव के करीब लड़की के दरवाजे पर छुरी मिल गई है।
वहीं सूत्रों की माने तो कल चार घंटे तक लड़की के पिरजनों से पुलिस ने पूछताछ की है। अब जो नहीं कहानी निकलकर सामने आ रही है, उसके अनुसार आमिर खान छुरी लेकर युवती के घर पहुंचा था। वह लड़की की हत्या करना चाहता था। सीधा घर में घुसने के बाद लड़की की ओर आगे बड़ा था। उसकी मां ने रोकने का प्रयास किया तो उनके हाथ में छुरी लगी है। मां ने पुलिस को बताया कि बाद में आमिर ने स्वयं के सीने में पहले छुरी घोंपी और
फिर गला काट लिया। मां ने पुलिस को यह भी बताया कि घटना के समय लड़की के पिता नमाज पढऩे गए थे। उन्होंने लौटने के बाद गेट के बाहर तड़प रहे आमिर को जीशान नाम के युवक की मदद से चरक अस्पताल पहुंचाया था। पुलिस की जांच में इस बात की भी पुष्टी हो चुकी है कि आमिर को चरक अस्पताल तक जीशान और युवती के पिता ने ही पहुंचाया था। वहीं सूत्रों का दावा है कि इस पूरे मामले में युवती के पिता के जीजा मतलब उसके फूफा की भूमिका संदिग्ध है। घटना के समय वे भी घर में ही मौजूद थे। एक बच्चा तथा परिवार की अन्य महिलाएं भी घर में ही थीं।
- एक्सपर्ट्स ने यह बताया
नाम न छापने की शर्त पर हमीदिया अस्पताल की मरचुरी में कार्यरत मृतक का पीएम करने वाली शामिल टीम का हिस्सा रहे एक सूत्र ने बताया कि जिस तरह से गला काटा गया है, वह स्वयं से काटना संभव नहीं। इसी प्रकार अगर कोई व्यक्ति पहले अपने सीने में गहरा घाव चाकू अथवा किसी अन्य नुकीली चीज को घोंपकर कर ले तो उसके लिए संभव नहीं कि वह स्वयं अपना गला रेत सके। इसी प्रकार अगर पहले गला रेत ले तो उसके लिए सीने में चाकू घोंपना लग-लग असंभव स है। इससे संभावना बड़ गई है कि लड़की के परिजन कुछ बड़ा छिपा रहे हैं।